मण्डलायुक्त ने निर्वाचन कार्यों की गूगल मीट से की समीक्षा

मण्डलायुक्त ने निर्वाचन कार्यों की गूगल मीट से की समीक्षा

सहारनपुर ।  मंडलायुक्त डॉक्टर रूपेश कुमार की अध्यक्षता में जनपद सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली व बागपत में विधानसभावार निर्वाचन क्षेत्रों की निर्वाचक नामावलियों के विशेष प्रगाढ पुनरीक्षण की अद्यतन प्रगति की समीक्षा गूगल मीट के माध्यम से की गयी।

जिला निर्वाचन अधिकारी मुजफ्फरनगर व शामली, अपर जिलाधिकारी प्रशासन मुजफ्फरनगर व सहारनपुर, सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी सहारनपुर व बागपत गूगल मीट के माध्यम से जुडे।

जनपद मुजफ्फरनगर, शामली व बागपत में गणना प्रपत्रों के डिजिटाइजेशन की प्रगति बेहद धीमी पाई गयी। जनपद मुजफ्फरनगर की विधानसभा मुजफ्फरनगर में 8.13 प्रतिशत, जनपद शामली की विधानसभा शामली में 10.08 प्रतिशत व जनपद बागपत की विधानसभा छपरौली में मात्र 6.26 प्रतिशत गणना प्रपत्रों का ही डिजिटाइजेशन हुआ है।

जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत की गयी स्ट्रेटजी एवं माईक्रोप्लान के अनुसार अपेक्षित प्रगति प्राप्त नहीं हो पा रही है यदि इसी गति से निर्वाचक नामावलियों के विशेष प्रगाढ पुनरीक्षण का कार्य होता रहेगा, जो लक्ष्य की समयबद्ध प्राप्ति संभव नहीं है।

मण्डलायुक्त द्वारा निर्वाचक नामावलियों के विशेष प्रगाढ पुनरीक्षण का कार्य समयबद्व रूप से सुनिश्चित कराये जाने हेतु विस्तृत दिशा-निर्देश निर्गत किये गये है जिनका अनुपालन जनपदों द्वारा नहीं किया जा रहा है। यह स्थिति अत्यंत गम्भीर है।

मण्डलायुक्त द्वारा सम्बन्धित जिला निर्वाचन अधिकारियों व उप जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्वाचक नामावलियों के विशेष प्रगाढ पुनरीक्षण का कार्य 01 दिसम्बर 2025 तक प्रत्येक दशा में पूर्ण कराने के सम्बन्ध में निर्देश दिये गये। उन्होने कहा कि प्रत्येक बी०एल०ओ० प्रतिदिन 100 से अधिक फार्मों का डिजिटाइजेशन कराना सुनिश्चित करें तथा प्रत्येक बी०एल०ओ० कुल मतदाता के सापेक्ष गणना प्रपत्र प्राप्त कर 10 से 15 प्रतिशत प्रतिदिन डिजिटाईजेशन का कार्य सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपजिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा माईक्रोप्लान बनाकर बी०एल०ओ० के सहयोग हेतु ग्राम प्रधान, लेखपाल, ग्राम पंचायत अधिकारी, आंगनबाडी, आशा, नर्स, कोटेदार, रोजगार सेवक, सहायक पंचायत एवं अन्य विभागों जैसे शिक्षण संस्थान, नगर निगम, नगर पंचायत, नगर पालिका परिषद, लोक निर्माण विभाग आदि के कर्मचारी एवं ऑपरेटर तथा जनसुविधा केन्द्र से सहयोग प्राप्त कर लिया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रतिदिन जितनी संख्या में गणना प्रपत्र भरकर वापस प्राप्त हो रहें हैं, उनका उसी दिन शतप्रतिशत डिजिटाईजेशन करा लिया जाए।

सभी जनपद अपनी माइक्रोप्लान बनाकर अनिवार्य रूप से आज ही अवगत कराना सुनिश्चित करें। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपजिला निर्वाचन अधिकारी जनपद मुजफफरनगर, शामली व बागपत को निर्देशित किया कि विशेष प्रगाढ पुनरीक्षण के कार्य को सम्पादित कराने हेतु माइक्रोप्लान बनाकर अपेक्षित प्रगति में सुधार लाने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।

मण्डलायुक्त ने स्पष्ट निर्देश कि कोई भी जिला निर्वाचन अधिकारी एवं विशेष प्रगाढ पुनरीक्षण के कार्य में सम्बद्ध अधिकारी एवं कर्मचारी मा० आयोग की अनुमति के बिना मुख्यालय से बाहर प्रस्थान नहीं करेंगे। सभी ई०आर०ओ० तथा ए०ई०आर०ओ० अपने-अपने स्तर से जनसाधारण को यह भी अवगत कराये कि आधार कार्ड न तो नागरिकता का प्रमाण है और न ही आयु अथवा पते का प्रमाण है, केवल पहचान पत्र का आधार है। मतदाता नामावली तैयार करते समय मतदाताओं के नाम का गहनतापूर्वक सत्यापन कराते हुए त्रुटिरहित मतदाता सूची तैयार की जाए। नाबालिग युवाओं द्वारा फर्जी आधार कार्ड से निर्वाचक नामावली में नाम दर्ज कराये जाने की शिकायत प्राप्त होती रहती है। उनकी आयु का सत्यापन शैक्षिणक प्रमाण पत्र अथवा जन्म प्रमाण पत्र से अनिवार्य रूप से सत्यापन कराया जाना सुनिश्चित किया जाए। यदि कोई फर्जी मतदाता पाया जाता है, तो उसके विरूद्ध लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के अन्तर्गत विधिक कार्यवाही की जाए ताकि भविष्य में कोई अन्य व्यक्ति ऐसा कार्य करने का दुस्साहस न कर सकें।

सभी निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वें अपने-अपने बी० एल०ओ० का मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय एवं राज्यीय राजनैतिक दलों के द्वारा नियुक्त बी०एल०ए० की संयुक्त बैठक कर परिचय करायें, उनके बीच समन्वय स्थापित कराया जाए। बी०एल०ओ० एवं बी०एल०ए० के बीच नियमित संवाद पुनरीक्षण कार्य की पारदर्शिता एवं जवाबदेही सुनिश्चित की जाए। राजनैतिक दलों में प्रगाढ पुनरीक्षण के बारे में विश्वास कायम हो, तथा एस०आई०आर० की प्रकिया सुचारू रूप से सम्पन्न हो सकेगी।

सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों, निर्वाचक एवं सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि कम्प्यूटर ऑपरेटर्स के स्तर पर कोई अनियमितता न हो। प्रत्येक डाटाएंट्री ऑपरेटर्स को यूनिक लॉगिन आई०डी० एवं पासवर्ड प्रदान किया जाए और प्रत्येक प्रविष्टि का ट्रेल सुरक्षित रहे, जिससे किसी भी समय सत्यापन किया जा सके। सभी ई०आर०ओ० अपने-अपने वी०आर०सी० के कार्य पर निगरानी रखें।

घर-घर गणना के दौरान बूथ लेवल अधिकारियों द्वारा कम से कम 30 खाली फार्म-6, खाली घोषणा पत्र के साथ ले जाएगें, जिससे किसी भी व्यक्ति को जो नया मतदाता बनने के लिए नामांकन करना चाहता है, उन्हें प्रदान किया जा सके। यदि किसी निर्वाचक द्वारा दस्तावेजों सहित भरा हुआ फार्म ऑनलाइन अपलोड किया गया है, तो बी०एल०ओ० द्वारा सम्बन्धित निर्वाचक के घर जाकर दस्तावेजों का सत्यापन किया जाए।

मीडिया एवं सोशल मीडिया की गतिविधियों पर सतर्क दृष्टि बनायी रखी जाए। विशेष प्रगाढ पुनरीक्षण के कार्यों को ससमय पूर्ण करने हेतु नगर निकाय एवं औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्रों में नगर आयुक्तों व अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारियों की सहभागिता पर भी विचार किया जाए।

निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी विधान सभा मुजफ्फरनगर, शामली, छपरौली की कार्य प्रगति अत्यधिक कम होने के सम्बन्ध में कारण बताओं नोटिस निर्गत करते हुए दो दिन में स्पष्टीकरण प्राप्त किया जाए। जिला निर्वाचन अधिकारी नियमित रूप से विधान सभावार दैनिक प्रगति की समीक्षा करते हुए लक्ष्य पूर्ति समय से सुनिश्चित कराए तथा निर्धारित प्रारूप पर सूचना प्रतिदिन दोपहर 2ः00 बजे तक आयुक्त कार्यालय को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।


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