मंडलायुक्त ने पीडब्लूसी कंपनी को लगायी लताड़

- सहारनपुर में स्मार्ट सिटी सहारनपुर की बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक को संबोधित करते मंडलायुक्त डॉ. लोकेश। साथ में जिलाधिकारी, नगरायुक्त व एसडीए वीसी।
सहारनपुर [24CN]। मंडलायुक्त व स्मार्ट सिटी चेयरमैन डॉ.लोकेश एम ने निर्देश दिए है कि स्मार्ट सिटी से सम्बद्ध जिन परियोजनाओं के टेंडर खुल चुके हैं उनके लिए ट्राईपार्टी करा लें। इसके अलावा उन्होंने पूर्व में पीडब्लूसी कंपनी द्वारा पीएमसी (प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कॉन्ट्रैक्ट) का कार्य संतोष जनक ढंग से न किये जाने पर कंपनी के अधिकारियों को जबरदस्त लताड़ लगायी और उसके खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए।
मंडलायुक्त व स्मार्ट सिटी चेयरमैन डॉ.लोकेश एम की अध्यक्षता में आज सर्किट हाउस में हुयी स्मार्ट सिटी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में अनेक कार्यदायी संस्थाओं द्वारा किये गए कार्यो के भुगतान आदि पर विचार किया गया। उन्होंने पीपीसीएल के परियोजना प्रबंधक विकास त्यागी से उनसे सम्बद्ध परियोजनों के सम्बंध में जानकारी ली। विकास त्यागी ने मंडलायुक्त को बताया कि स्टेडियम के गेट, वेट ट्रेनिंग रुम व स्टेडियम के डवलपमेंट कार्यो के टेंडर हो चुके है। उन्होंने कहा कि यदि आचार संहिता से पूर्व ट्राईपार्टी (यूपीपीसीएल, स्मार्ट सिटी व ठेकेदार के बीच अनुबंध) हो जाए तो कार्य शुरु कर दिया जायेगा।
मंडलायुक्त ने स्मार्टसिटी सीईओध् नगरायुक्त को अपने स्तर से इसे कराने के निर्देश दिए। सड़कों पर ट्रैफिक लाईट व कैमरों के लिए पोल लगाने वाली कार्यदायी एजेंसी को जबरदस्त शब्दों में दो टूक कहा कि यदि सड़क के बीच में जहां से वाहनों को मोडऩे में कठिनाई हो सकती है, या वाहन चालक को देखने में कठिनाई आती है कोई पोल लगाया जाता है तो उसका कोई पेमेंट स्मार्ट सिटी द्वारा नहीें किया जायेगा। उन्होंने यदि ऐसे किसी पोल के कारण कोई दुर्घटना घटित हो जाती है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा।
स्मार्ट सिटी चेयरमैन लोकेश एम ने पीएमसी का काम करने वाली पीडब्लूसी कंपनी के अधिकारियों को जबरदस्त लताड़ लगाते हुए कहा कि उन्होंने जितने भी प्रोजेक्ट बनाये है वे सब अनाप शनाप बनाये हैं जिससे स्माार्ट सिटी के दो साल भी खराब हुए है और स्मार्ट सिटी की रैकिंग भी प्रभावित हुयी है। उन्होंने उक्त कंपनी के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए।
बैठक में जिलाधिकारी अखिलेश सिंह, नगरायुक्त ज्ञानेंद्र सिंह, वीसी आशीष कुमार, अपर नगरायुक्त राजेश कुमार यादव, डायरेक्टर सुशील पुंडीर, निगम के मुख्य अभियंता लोकनिर्माण कैलाश सिंह, आईआईटी रुड़की के गुरप्रीत खुराना, कंपनी सेक्रेटरी शंकर, अधिशासी अभियंता यातायात अमनेंद्र गौतम आदि मौजूद रहे।