जिला कार्यक्रम अधिकारी ने कराया अन्न प्राशन

- सहारनपुर में खलासी लाईन स्थित आंगनबाड़ी केंद्र पर अन्न प्राशन कराती जिला कार्यक्रम अधिकारी आशा त्रिपाठी।
सहारनपुर। भारत सरकार के महत्वपूर्ण कार्यक्रम पोषण अभियान योजना के अंतर्गत शासन द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में आज जनपद के प्रत्येक केंद्र पर अन्नप्राशन कार्यक्रम का समय सारणी के अनुरूप आयोजन किया गया। अन्नप्राशन कार्यक्रम में 1 दिन पूर्व 6 माह की आयु पूर्ण करें बच्चों का मुख्यत: अन्नप्राशन कार्यक्रम कराया जाता है जिसमें यह सलाह दी जाती है कि बच्चों को माता के दूध के साथ साथ ऊपरी आहार भी खिलाया जाए जैसे गाढ़ी दाल, हलवा खीर ,फल या सब्जी मसल करके, जिसको बच्चा आसानी से निगल सके देने की सलाह दी जाती है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी आशा त्रिपाठी द्वारा खलासी लाईन स्थित आंगनबाड़ी केंद्र पर वर्षा नाम की बच्ची का अन्नप्राशन कार्यक्रम किया गया। इस अवसर पर बच्ची की माता आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं उपस्थित रहे बच्चे की माता को यह सलाह दी गई कि आप बालिका का विशेष रूप से ध्यान रखें और उसको ऊपरी आहार देते रहे। सभी आंगनवाड़ी केंद्रों पर अन्नप्राशन कार्यक्रम के अंतर्गत यह सलाह दी गई। जनपद में कुल 3410 केंद्रों पर अन्नप्राशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें 4311 बच्चों का प्राप्त सूचना के अनुसार आज अन्नप्रासन कराया गया।
अभिभावकों को यह सलाह दी गई कि गुणवत्तापरक अन्नप्राशन के आवश्यक मानकÓ क्या है तथा इनका अनुपालन करना अनिवार्य है जैसे सही लाभार्थी- 6 माह पूर्ण कर चुके 2-3 बच्चे के अभिभावकों से व्यवहार परिवर्तन के बारे में बताया गया। घर में बने खाद्य पदार्थ/अनुपूरक आहार, डिमॉन्स्ट्रेशन गतिविधि के माध्यम से मात्रा, विविधता और बारम्बारता पर विशेष ध्यान दें.ऊपरी आहार के आठ सूत्रों पर ध्यान दें (1. 6 माह पर ऊपरी आहार, 2. नरम मसला हुआ भोजन, 3. दिन में कम से कम तीन बार, 4. 2 साल तक स्तनपान जारी रखे, 5. उम्र के अनुसार मात्रा बढऩा, 6. साफ – सफाई, 7. सक्रियता और जिम्मेदारी से खाना खिलाना, 8.वृद्धि निगरानी) ऊपरी आहार को वृद्धि निगरानी से जोड़ते हुए ग्रोथ चार्ट, माइल स्टोन, साफ सफाई, टीकाकरण, टी.एच.आर. इत्यादि पर भी। अन्नप्राशन कार्यक्रम के अवसर पर बाल विकास परियोजना अधिकारी सुनीता चौधरी मुख्य सेविका अलका धर मुख्य सेविका रिता सेनी इत्यादि उपस्थित रहे।