जिलाधिकारी ने किया दामिनी ऐप को मोबाइल में डाउनलोड कराने का आह्वान

सहारनपुर [24CN]। प्रदेश में प्रतिवर्ष वज्रपात से होने वाली क्षतियों के मद्देनजर आम जनमानस तक आसानी से पहुंच वाली व्यवस्था के मद्देनजर उत्तर प्रदेश शासन द्वारा वज्रपात की पूर्व चेतावनी व अलर्ट के लिए दामिनी एप विकसित किया गया है।
उक्त जानकारी देते हुए जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने बताया कि अधिसूचित आपदाओं की पूर्व चेतावनियों/अलर्ट को आम जनमानस तक समय से पहुंचाकर प्रदेश में आपदा से होने वाली जनहानि के न्यूनीकरण के लिए राहत आयुक्त कार्यालय द्वारा इंटीग्रेटिड अरली वार्निंग सिस्टम विकसित किया गया है। इंटीग्रेटिड अरली वार्निंग सिस्टम मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट/ डाटा को फेंच करके राहत आयुक्त कार्यालय की वैबसाइट पर रजिस्टर्ड ग्राम प्रधानों, लेखपालों, आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों, आशाओं, पुलिसकर्मियों एवं लगभग 1.20 करोड़ कृषकों को बिना किसी हस्तक्षेप के रीयल समय में प्रेषित करता है।
इंटीग्रेटिड अरली वार्निंग सिस्टम के माध्यम से किसी सम्भावित आपदा/ खराब मौसम का अलर्ट मात्र उन्हीं लोगों को प्राप्त होता है जिनका मोबाइल नम्बर राहत आयुक्त कार्यालय की वैबसाइट पर उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि मिनिस्ट्री ऑफ अर्थसाइंस एवं इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ ट्रापिकल मेट्रोलॉजी पुणे के सहयोग से वज्रपात की पूर्व चेतावनी/अलर्ट प्रेषित किए जाने के लिए दामिनी ऐप विकसित किया गया है।
इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। दामिनी ऐप लगभग 20 किलोमीटर के क्षेत्र में संभावित लाइटनिंग अलर्ट का नोटिफिकेशन लगभग 4 घंटे पूर्व प्रेषित करता है जिससे व्यक्तियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचने और बचाव का अवसर प्राप्त हो सकेगा। जिलाधिकारी ने वज्रपात की पूर्व चेतावनी /अलर्ट को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए दामिनी ऐप को अपने अधीनस्थ सम्बंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों के माध्यम से सभी ग्राम प्रधानों, लेखपालों, आंगनवाड़ी कार्यकत्री, आशा व पुलिसकर्मियों को डाउनलोड करने के लिए निर्देशित किया है।