यूपी: हरकत में आया जिला प्रशासन, शुगर मिल समेत 10 प्रतिष्ठानों पर लगाया 5.72 लाख का जुर्माना
प्रदूषण नियंत्रण को लेकर एनजीटी के सख्त रुख के चलते जिला प्रशासन भी हरकत में आ गया है। प्रशासन ने प्रदूषण फैलाने के आरोप में शामली शुगर मिल समेत तीन बड़ी औद्योगिक इकाइयों पर करीब 2.25 लाख जुर्माना लगाया है। शहर में सड़कों पर रोड़ी डस्ट बेचने वाले सात प्रतिष्ठानों पर भी साढ़े तीन लाख का जुर्माना लगाया है। पांच किसानों पर भी ढाई हजार जुर्माना कर दिया है।
जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने बताया कि उनके द्वारा प्रदूषण की रोकथाम के लिए अधिकारियों के माध्यम से कई जगहों पर जांच कराई गई। इस आधार पर शामली शुगर मिल द्वारा धुआं निकलने की वजह से 60 हजार रुपये का जुर्माना लगा दिया गया है। शामली स्टील्स की फैक्टरी पर भी इसी तरह से 75 हजार रुपये जुर्माना किया गया है। इसके अलावा जेएस जैन एग्रो इंडस्ट्रीज प्राईवेट लिमिटेड द्वारा वायु प्रदूषण नियंत्रण व्यवस्था संचालित न किए जाने के कारण इस पर भी साढे़ 87 हजार का जुर्माना लगाया गया है।
इसके अलावा तहसील कैराना क्षेत्र में मामौर झील के पास स्थित कपड़े की कतरन की वाशिंग इकाई को बंद करा दिया गया है। इस इकाई के पानी की आपूर्ति में प्रयुक्त किए जा रहे पाइप लाइन को डिस्मेंटल करा दिया गया है, जिससे जल प्रदूषण न फैले। वहीं सड़क के किनारे खुले में रोड़ी-डस्ट कंस्ट्रक्शन मैटीरियल रखने के कारण नगर पालिका परिषद शामली द्वारा सात प्रतिष्ठानों पर 3.50 लाख का जुर्माना लगाया गया है।