मुंबई में BJP ऑफिस की जमीन पर विवाद, संजय राउत ने अमित शाह को लिखा पत्र, सौदे पर उठाए गंभीर सवाल
महाराष्ट्र में मुंबई में बीजेपी के नए कार्यालय को लेकर सियासत तेज हो गयी है. शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने मरीन लाइन्स में BJP के नए प्रदेश कार्यालय के लिए आवंटित जमीन को लेकर केंद्र सरकार पर गंभीर सवाल उठाया है. गृह मंत्री अमित शाह को लिखे पत्र में राउत ने दावा किया है कि यह मूल रूप से नगर निगम और मनुश्यालय कॉलोनी की जमीन थी, जिसका ट्रांसफर महज 24 दिनों में ‘रातोंरात’ पूरा कर लिया गया.
राउत ने लेन-देन के जरिये जमीन को एकनाथ रियल्टर्स नामक बिल्डर को सौंपे जाने और फिर तुरंत बीजेपी को ट्रांसफर करने की प्रक्रिया को अनियमित और संदिग्ध बताया.
पत्र में जमीन को लेकर सवाल
संजय राउत ने पत्र में कहा कि प्रिय श्री अमित शाहजी, जय महाराष्ट्र. आज आप जिस बीजेपी कार्यालय का भूमिपूजन करने वाले हैं, उस जमीन के नीचे क्या रहस्य दफन है, इसकी जानकारी साझा कर रहा हूं. मरीन लाइन्स के निर्मला निकेतन के पास स्थित इस 21 करोड़ रुपये कीमत वाली प्रॉपर्टी का स्टांप ड्यूटी मात्र 3 करोड़ रुपये चुकाकर ट्रांसफर किया गया.
संजय राउत के मुताबिक, 61 दिनों के अंदर फाइलें ‘राफेल की स्पीड’ से हिलाई गईं, जबकि मराठी भाषा भवन जैसी परियोजनाएं वर्षों से लटकी हुई हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि बीएमसी और राज्य सरकार ने जोर-जबरदस्ती से मंजूरी दी, जिससे बीजेपी को यह ‘मोहक लोकेशन’ आसानी से मिल गई.
अमित शाह से मांगा स्पष्टीकरण
संजय राउत ने उद्घाटन के मौके पर अमित शाह से स्पष्टीकरण मांगते हुए लिखा कि अगर कानून की रक्षा करने वाले ही कानून तोड़ेंगे, तो आम लोग किस पर भरोसा करेंगे? उन्होंने बीजेपी को विशेष लाभ मिलने पर सवाल उठाया. यही नहीं पत्र में संजय राउत ने डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे और अन्य अधिकारियों पर भी उंगली उठाई, जो पिछले लैंड घोटालों से जुड़े हैं.
संजय राउत बीजेपी समेत महाराष्ट्र सरकार पर लगातार निशाना साधते हैं. इससे पहले एकनाथ शिंदे के दिल्ली दौरे पर भी सवाल उठाया था.
