अभिशाप नहीं है दिव्यांगता: सुमिता

- सहारनपुर में जानकारी देती विधिक प्राधिकरण की सचिव।
सहारनपुर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की पूर्णकालिक सचिव श्रीमती सुमिता ने कहा कि दिव्यांगता अभिशाप नहीं है। यदि लोगों की शारीरिक कमियों के प्रति नजरिया सकारात्मक हो तो अभाव भी विशेषता बन जाते हैं।
श्रीमती सुमिता आज यहां बचपन डे केयर सैंटर पर आयोजित विधिक जागरूकता शिविर को सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों में सामान्य व्यक्ति की अपेक्षा ज्यादा आईक्यू होता है। उनकी क्षमता को पहचाने एवं उनके विकास के लिए सही माहौल देने की जरूरत है। दिव्यंागजनों को दयनीय दृष्टि से देखने की बजाय उन्हें इंसान की तरह गरिमापूर्ण दृष्टि रखनी आवश्यक है। उनमें भी जीवन है वे शारीरिक कमजोरियों के साथ आगे बढ़ सकते हैं और समाज की मुख्य धारा के साथ जुड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि संविधान की दृष्टि में सभी नागरिक समान हैं, उनमें किसी प्रकार का मतभेद नहीं है। उन्होंने कहा कि संविधान में दिव्यांगजनों के लिए आरक्षण की भी व्यवस्था है।
सचिव ने दिव्यांगजनों के अभिभावकों से अपील की कि वे बच्चों को समय से उनका आत्मविश्वास बढ़ाएं और किसी भी प्रकार की विधिक सहायता की जरूरत हो तो जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यालय में सम्पर्क कर सहायता हासिल कर सकते हैं। शिविर में जिला दिव्यांग जन अधिकारी श्रीमती दीपा परिहार एवं समस्त स्टाफ मौजूद रहा।