अदाणी मुद्दे पर विपक्षी ‘INDIA’ गठबंधन में मतभेद, TMC ने कांग्रेस को दी नसीहत

अदाणी मुद्दे पर विपक्षी ‘INDIA’ गठबंधन में मतभेद, TMC ने कांग्रेस को दी नसीहत

नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र में अदाणी समूह पर आरोप और मणिपुर की स्थिति को लेकर विपक्षी दलों ने जोरदार हंगामा किया, जिससे सदन की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी। इस बीच, अदाणी मुद्दे को लेकर विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ में ही मतभेद उभरते नजर आ रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने इस मुद्दे पर कांग्रेस से अलग रुख अपनाते हुए कहा है कि वह ‘जनता से जुड़े मुद्दों’ पर फोकस करेगी।

टीएमसी का अलग रुख

जहां कांग्रेस अमेरिकी जांच एजेंसियों द्वारा उद्योगपति गौतम अदाणी पर लगाए गए रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोपों को जोर-शोर से उठा रही है, वहीं टीएमसी ने साफ किया कि वह इस मुद्दे पर अपना समय नहीं लगाएगी। लोकसभा में टीएमसी की उपनेता काकोली घोष दस्तीदार ने कहा, “हम संसद में जनता के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेंगे और नहीं चाहते कि सिर्फ एक मुद्दे के कारण सदन बाधित हो।”

कांग्रेस को खरी-खरी सुनाई

टीएमसी ने कांग्रेस पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष को सरकार को उसकी व्यापक विफलताओं पर जवाबदेह ठहराना चाहिए, न कि केवल एक मुद्दे पर अटक जाना चाहिए। दस्तीदार ने स्पष्ट किया, “हम विपक्षी गठबंधन का हिस्सा हैं, लेकिन इस मुद्दे पर हमारा दृष्टिकोण अलग है। हम चाहते हैं कि संसद सुचारू रूप से चले।”

टीएमसी के मुद्दे: जनता से जुड़ी समस्याओं पर जोर

टीएमसी ने अपनी कार्यसमिति की बैठक में संसद के शीतकालीन सत्र के लिए कई मुद्दों पर चर्चा की। पार्टी ने कहा कि वह मनरेगा और अन्य केंद्रीय निधियों को रोके जाने, मूल्य वृद्धि, बेरोजगारी, और उर्वरकों की कमी जैसे मुद्दों को प्राथमिकता देगी। साथ ही, मणिपुर की हिंसा और पूर्वोत्तर की स्थिति पर भी सवाल उठाएगी।

‘INDIA’ गठबंधन में दरार?

यह घटनाक्रम ऐसे समय में आया है जब विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ के एकजुट होकर सरकार पर दबाव बनाने की कोशिशों को झटका लगा है। टीएमसी का यह रुख गठबंधन के भीतर मतभेदों को उजागर करता है। हालांकि, टीएमसी ने यह भी स्पष्ट किया कि वह राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन का हिस्सा बनी रहेगी, लेकिन राज्य स्तर पर उसकी रणनीति अलग होगी।

टीएमसी का संदेश: जनता के मुद्दे हैं प्राथमिकता

टीएमसी ने अपने रुख से यह संकेत दिया है कि वह विपक्षी राजनीति में अपनी स्वतंत्र पहचान बनाए रखना चाहती है। पार्टी ने साफ किया है कि जनता से जुड़े मुद्दों को उठाना उसकी प्राथमिकता है, न कि ऐसे मुद्दे जिनसे सदन की कार्यवाही बाधित हो।

इस रुख से टीएमसी ने न केवल कांग्रेस बल्कि पूरे विपक्ष को स्पष्ट संदेश दिया है कि उसकी प्राथमिकता ‘सार्थक बहस’ और ‘जनता के मुद्दों’ पर केंद्रित रहेगी


विडियों समाचार