क्या ईरान ने खुद अपने लोगों को ले जा रहे विमान को मार गिराया?
ईरान की ओर से इराक में अमेरिकी ठिकानों पर मिसाइल अटैक के कुछ घंटे बाद ही एक बोइंग प्लेन ईरान में क्रैश कर गया. इस क्रैश को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. ईरान की एक न्यूज एजेंसी की ओर से जारी किए गए वीडियो में दिखाई पड़ता है कि क्रैश से पहले विमान में आग लग गई थी. इससे इस सवाल को बल मिल रहा है कि क्या ईरान ने खुद गलती से अपने ही यात्रियों को ले जा रहे प्लेन को तो नहीं मार गिराया. ब्रिटिश अखबार डेली मेल ने भी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हादसे के बाद ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि तनाव के बीच गलती से तो विमान पर अटैक नहीं कर दिया गया.
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, एविएशन सेफ्टी एनालिस्ट टोड कर्टिस ने कहा है- ‘प्लेन बुरी तरह टुकड़ों में बंट गया था. इसका मतलब है कि या तो हवा में या जमीन पर विमान की भयंकर टक्कर हुई. इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि हवा में एयरक्राफ्ट की टक्कर किसी बाहरी चीज से नहीं हुई होगी.’
ऐसा समझा जा रहा है कि अमेरिकी ठिकानों पर अटैक के बाद ईरान अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित है. उसे अमेरिका की ओर से हमला किए जाने का डर है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या उसने गलती से बोइंग विमान पर तो अटैक नहीं कर दिया. बता दें कि बालाकोट में भारत की ओर से की गई स्ट्राइक के बाद 27 फरवरी 2019 को पाकिस्तानी लड़ाकू विमान भारत में घुस आए थे. जवाबी कार्रवाई करने के दौरान भारतीय वायुसेना ने गलती से अपने ही एक हेलिकॉप्टर पर मिसाइल दाग दिया था. हेलिकॉप्टर क्रैश में भारतीय वायुसेना के कई अधिकारियों की मौत हो गई थी.
वहीं, बुधवार की सुबह ईरान में क्रैश हुए बोइंग विमान में 176 लोग सवार थे. सभी लोगों की मौत हो गई है. यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइन्स के विमान में सवार यात्रियों में सबसे अधिक (82) ईरान के ही थे. ईरान के 82 लोगों के साथ 63 कनाडाई, यूक्रेन के 11, स्वीडन के 10, अफनागिस्तान के 4, जर्मनी के 3 और यूके के 3 लोग सवार थे.
फ्लाइट रडार24 के मुताबिक, यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइन की फ्लाइट ने सुबह 6.12 बजे यूक्रेन की राजधानी कीव के लिए उड़ान भरी थी. इसके कुछ देर बाद ही विमान क्रैश हो गया. प्लेन 4 साल से भी कम पुराना था और 2 दिन पहले ही इसकी सुरक्षा जांच की गई थी.
ईरान की राजधानी तेहरान से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद कीव जा रहा विमान क्रैश हो गया था. फिलहाल तेहरान में मौजूद यूक्रेन एम्बैसी की ओर से कहा गया है कि शुरुआती जांच में पता चला है कि इंजन में खराबी की वजह से हादसा हुआ. एम्बैसी ने क्रैश के पीछे हमले की आशंका को आधिकारिक तौर से खारिज किया है.