‘संत प्रेमानंद की पदयात्रा का विरोध नहीं, धीरेंद्र शास्त्री बयान पर मांगे मांफी’, राष्ट्रीय ब्राह्मण सेवा संघ ने की बैठक

‘संत प्रेमानंद की पदयात्रा का विरोध नहीं, धीरेंद्र शास्त्री बयान पर मांगे मांफी’, राष्ट्रीय ब्राह्मण सेवा संघ ने की बैठक
वृंदावन। संत प्रेमानंद की पदयात्रा स्थगित होने के बाद इंटरनेट मीडिया पर विरोध करने वालों को लगातार ट्रोल और बागेश्वर धाम के आचार्य धीरेंद्र शास्त्री द्वारा दानव कहने के खिलाफ राष्ट्रीय ब्राह्मण सेवा संघ के आह्वान पर विभिन्न संगठनों की बैठक हुई।वक्ताओं ने कहा संत प्रेमानंद की पदयात्रा का किसी ने विरोध नहीं किया, बल्कि इसमें बैंडबाजा, ढोल व आतिशबाजी से होने वाले ध्वनि प्रदूषण को बंद करने की अपील की थी। संत प्रेमानंद के अनुयायी विरोध करने वालों को तरह तरह की संज्ञा दे रहे हैं। बागेश्वर धाम के आचार्य धीरेंद्र शास्त्री ने तो विरोध करने वालों को दानव बता दिल्ली चले जाने की सलाह दे दी।

धीरेंद्र शास्त्री बयान के लिए मांगे क्षमा

वक्ताओं ने कहा क्या दिल्ली में दानव रहते हैं, जो शास्त्री वहां जाकर बसने की सलाह दे रहे हैं। निर्णय लिया कि संत प्रेमानंद से मिलने एक प्रतिनिधिमंडल जाएगा। आचार्य शास्त्री बयान के लिए क्षमा नहीं मांगेंगे तो आंदोलन होगा।

रमणरेती मार्ग स्थित परशुराम पार्क में शुक्रवार को राष्ट्रीय ब्राह्मण सेवा संघ के आह्वान पर हुई बैठक में संस्थापक चंद्रलाल शर्मा ने कहा संत प्रेमानंद का ब्रजवासियों से घनिष्ठ संबंध है। उनके परिकर के कुछ लोग ब्रजवासियों और संत प्रेमानंद में फूट डालने की कोशिश कर रहे हैं। धीरेंद्र शास्त्री गलत बयानबाजी कर रहे हैं। यह उचित नहीं। ब्रजवासी दानव नहीं हैं। 

पदयात्रा का किसी ने विरोध नहीं किया

अध्यक्ष आनंदवल्लभ गोस्वामी ने कहा पदयात्रा का किसी ने विरोध नहीं किया। आधी रात में बैंडबाजा, आतिशबाजी करना उचित नहीं। राधारानी ब्रजवासियों की प्राण हैं। मर्यादा के अनुसार जब ठाकुरजी विश्राम करते हैं, तो ऐसा उचित नहीं। ब्रजवासी पंडा सभा के अध्यक्ष श्यामसुंदर गौतम ने कहा धीरेंद्र शास्त्री का विरोध करने वालों को दानव कहना और दिल्ली बसने की सलाह देना उचित नहीं। वे ठठरी बांधना चाहते हैं, ब्रजवासी इतने कमजोर नहीं, जो सबकुछ सहन कर लेंगे।

रात्रि में ध्वनि प्रदूषण बर्दाश्त नहीं

ब्रह्मदेव द्विवेदी, गोविंद शर्मा ने कहा रात्रि में ध्वनि प्रदूषण कतई बर्दाश्त नहीं होगा। विवेक महाजन, अनीता शर्मा ने कहा हम संत प्रेमानंद का सम्मान करते हैं। शालीनता से पदयात्रा निकालें, हम उनके साथ हैं। इंटरनेट मीडिया भ्रामक खबरें फैला रहा है।

बैठक में ये रहे मौजूद

बैठक में जितेंद्र सिंह राणा, रामनारायण बृजवासी, भूपेश चंद्र पुरोहित, विनीत उपाध्याय बिट्टू, रविकांत तिवारी, डा. पराग शर्मा, आशीष ठाकुर, विनोद जायसवाल, लवेश शर्मा, गणेश शंकर मिश्रा, अमित गौतम, मनोज कृष्ण शास्त्री, प्रदीप बनर्जी, आचार्य कृपा शंकर, जानकी शरण, नीरज गौड़, तपेश पाठक, गोपाल शर्मा, हरिश्चंद्र रावत, दीपू मोतीवाला, दीनदयाल, विष्णु शर्मा, राजेश पाठक ईश्वर चंद्र रावत मौजूद रहे।

राधे-राधे की गूंज के साथ संत प्रेमानंद महाराज ने की परिक्रमा

गोवर्धन। शुक्रवार को संत प्रेमानंद महाराज राधाकुंड परिक्रमा मार्ग स्थित लुटेरिया हनुमान मंदिर पहुंचे। यहां से उन्होंने गिरिराज प्रभु की परिक्रमा आरंभ की। लुटेरिया हनुमान मंदिर से परिक्रमा शुरू कर राधाकुंड मार्ग स्थित छटीकरा मार्ग पर परिक्रमा पूर्ण कर वृंदावन निकल गए। इस दौरान परिक्रमा मार्ग राधे-राधे और संत प्रेमानंद बाबा की जय की गूंज से गुंजायमान हो उठा।

श्रद्धालुओं ने किया लेटकर दंडवत प्रणाम

परिक्रमा के दौरान संत प्रेमानंद महाराज के पीछे-पीछे चल रहे भक्त भी राधे राधे करते हुए परिक्रमा लगा रहे थे। बाहर से गिरिराज प्रभु की परिक्रमा कर रहे भक्त भी प्रेमानंद महाराज को जगह-जगह पर श्रद्धालुओं उनको देख भाव-विभोर नजर आए और लेटकर दंडवत प्रणाम किया।संत प्रेमानंद महाराज ने परिक्रमा समाप्त करते हुए गाड़ी से वृंदावन निकल गए। परिक्रमा मार्ग में उनके साथ काफी शिष्य और पुलिसबल मौजूद रहा। निक्कू शर्मा ने पुष्प वर्षा की।