धीमान समाज ने मनाया जस्सासिंह रामगढिय़ा का विजयदिवस

सहारनपुर [24CN] । विश्वकर्मा धीमान कल्याण महासभा के तत्वावधान में विश्वकर्मा वंशी महाराजा जस्सासिंह रामगढिय़ा की दिल्ली के लालकिले पर प्राप्त की गई विजय के उपलक्ष में विजय दिवस मनाया गया तथा समाज की युवा पीढ़ी को अपने गौरवशाली प्राचीन इतिहास का बोध कराने का आह्वान किया गया। स्थानीय बड़तला यादगार स्थित विश्वकर्मा धीमान कल्याण महासभा के संस्थापक सचिव डा. के. पी. सिंह धीमान के आवास पर आयोजित कार्यक्रम में सर्वप्रथम भगवान विश्वकर्मा तथा महाराजा जस्सासिंह रामगढिय़ा के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर व पुष्प अर्पित करके कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया।

कार्यक्रम को समबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि विश्वकर्मा कुल में जन्म लेने वाले स. जस्सासिंह रामगढिय़ा ने 11 मार्च 1783 को तत्कालीन मुगल बादशाह शाह आलम द्वितीय को पराजित कर लालकिले पर विजय प्राप्त कर अपना झंडा लहराया था। वक्ताओं ने कहा कि जस्सासिंह रामगढिय़ा चाहते तो दिल्ली पर शासन कर सकते थे परंतु उनकी प्राथमिकता पंजाब व उसके आसपास के क्षेत्र थे। इसलिए उन्होंने शाह आलम द्वितीय से दो लाख रूपए नजराना वसूला तथा चांदनी चौक एवं अजमेरी गेट के पास गुरूद्वारा व भगवान मंदिर के लिए जगह ले ली थी। इन स्थानों पर आज गुरूद्वारा शीशगंज, चांदनी चौक तथा नई दिल्ली स्टेशन के पास भगवान विश्वकर्मा मंदिर बना हुआ था।

वक्ताओं ने कहा कि जस्सासिंह रामगढिय़ा ने लालकिले के उस ऐतिहासिक पत्थर को भी उखाड़कर अमृतसर के स्वर्ण मंदिर के रामगढिय़ा मूंगा में रख दिया था जिस पर मुगल बादशाओं की ताजपोशी होती थी। उन्होंने कहा कि जस्सासिंह रामगढिय़ा जैसे महान योद्धा को हमें याद रखना चाहिए तथा उनके आदशों व सिद्धांतों से प्रेरणा लेनी चाहिए। कार्यक्रम को महासभा के प्रदेशाध्यक्ष प्रकाश चंद धीमान, वरिष्ठ पत्रकार सुधीर सोहल, डा. के. पी. सिंह धीमान, दुष्यंत कुमार मुन्ना, बोधराम एडवोकेट, राजेंद्र धीमान प्रधानाचार्य, वीरेंद्र धीमान, रमेश धीमान नवीननगर ने भी सम्बोधित किया।

इस दौरान डा. प्रमोद धीमान भावपुर, उमंग धीमान, बंटी धीमान, प्रमोद धीमान आवास विकास, संदीप धीमान विश्वकर्मा, जिलाध्यक्ष लीलाधर धीमान, विनोद आर्य दैदपुरा, संजय धीमान सलेमपुर, जयपाल धीमान सांपला खत्री, नाथीराम वशिष्ठ, सेठपाल धीमान, बाबूराम धीमान, नरेश धीमान कानूनगो आदि सहित भारी संख्या में महासभा के पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।

Jamia Tibbia