‘खता क्या की हमने पता ही नहीं…’, धनखड़ ने गहलोत से पूछा; उपराष्ट्रपति के दौरों पर गहलोत ने उठाए थे सवाल

राजस्थान विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आज एक बार फिर राजस्थान पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने लक्ष्मणगढ़ का दौरा कर मोदी कॉलेज में आयोजित होने वाले एक कार्यक्रम में शामिल हुए। उपराष्ट्रपति के दौरे को लेकर सीएम अशोक गहलोत पहले भी कई बार सवाल खड़े कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि प्रदेश में कुछ महीनों बाद चुनाव होना है इसलिए उपराष्ट्रपति दौरे कर रहे हैं।
(राजस्थान)। राजस्थान विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) आज एक बार फिर राजस्थान पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने लक्ष्मणगढ़ का दौरा कर मोदी कॉलेज में आयोजित होने वाले एक कार्यक्रम में शामिल हुएं। उपराष्ट्रपति के दौरे को लेकर सीएम अशोक गहलोत पहले भी कई बार सवाल खड़े कर चुके हैं।
कार्यक्रम के दौरान गहलोत को दिया जवाब
कॉलेज के प्रोग्राम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि आप बार-बार यहां क्यों आ रहे हैं। मैं सत्ता में बैठे लोगों से यह उम्मीद नहीं करता कि वे संवैधानिक पदों को मुद्दा बनाएंगे। यह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है। संवैधानिक पदों का सम्मान होना चाहिए और हम सभी को एकजुट होकर, हाथ में हाथ डालकर, सहमति से सहयोग और समन्वय के साथ बड़े पैमाने पर लोगों की सेवा करनी है।
साथ ही उन्होंने कहा, “मैं यहां पर आया हूं, ठीक काम कर रहा हूं.कोई गलत काम थोड़ी है? पहले भी केजरीवाल गया, पर कुछ लोगों ने कहा कि आप क्यों आते हो? मुझे समझ में नहीं आया कहने वाले ने ऐसा क्यों कहने वाले ने न तो संविधान को पढ़ा, न कानून को पढ़ा, यदि ये लोग थोड़ा पढ़ लेते, तो भी झांक लेते, तो उनको पता लग जाता है कि भारत के उप राष्ट्रपति की कोई भी यात्रा अचानक नहीं होती है, बड़े सोच विचार मंथन चिंतन के बाद यात्रा आयोजित की जाती है।”
उप-राष्ट्रपति ने सुनाई कविता
चूंकि राज्य सभा में शेरों-शायरी होती है, तो रस्ते में मैंने भी एक छोटी सी कविता लिखी और आपसे साझा करूं और इस कविता को लिखने से पहले उसे एक गजल याद आती थी। उस गज़ल में था ‘जिंदगी से बड़ी सजा ही नहीं और जुर्म क्या है, पता ही नहीं।’
उन्होंने कहा, “मैं शिक्षा का प्रोडक्ट हूं, शिक्षा की वजह से मेरी उन्नति हुई है तो मैं हर जगह संस्थाओं में गया और बाकी मेरी यात्रा विधानसभा के अध्यक्ष के निमंत्रण पर भी, केंद्र सरकार के कार्यक्रमों में भी राज्य सरकार ने कोई कार्यक्रम नहीं बुलाया, तो मुझे तो परेशानी नहीं है। ऐसे में मैंने इस प्रश्न भूमि में मैंने जो कविता बनाई है वो है, खता क्या की हमने पता ही नहीं, खता क्या किया हमने? पता ही नहीं, आपत्ति क्यों है उन्हें? हमारे घर आने की? पता ही नहीं, यह तो मेरा घर है। यह कैसा मंजर है, समझ से परे है? सवालिया निशान क्यूं है, अपने घर आने के क्या जुर्म है, पता ही नहीं।
सीएम गहलोत ने उठाए थे सवाल
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के राजस्थान दौरों को लेकर पहले ही सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा था कि प्रदेश में कुछ महीनों बाद चुनाव होना है, इसलिए उपराष्ट्रपति राजस्थान के दौरे कर रहे हैं। वह संवैधानिक पद पर बैठे हुए हैं, अगर वह इस तरह करेंगे, तो जनता क्या सोचेगी। हालांकि गहलोत ने कहा था कि उप राष्ट्रपति जी राजस्थान के हैं, वह यहां आएंगे, लेकिन फिलहाल चुनाव है मेहरबानी करें।