न्यायालय के स्थगनादेश के बावजूद अधिवक्ता के घेर में बुलडोजर चलाने से नाराज अधिवक्ताओ ने राजस्व न्यायालयो का किया बहिष्कार

  • प्रशासन पर लगाया उत्पीडन का अरोप

नकुड [इंद्रेश]। तहसील प्रशासन ने स्थगनादेश के बावजूद अधिवक्ता के घेर की बुलडोजर से दिवार गिरवा दी । नाराज अधिवक्ताओ ने तहसील के राजस्व न्यायालयो का बहिष्कार कर अपना रोष जताया है।

वरिष्ठ अधिवक्ता उधम सिंह ने इस मुददे पर आयोजित बार ऐसोसिशन की बैठक में बताया कि तहसील प्रशासन ने अवैध रूप से उनके घेर की दिवार तोडी है। इस मुददे पर सिविल न्यायालय ने उनके पक्ष मे स्थगनादेश जारी किया था। उसकी प्रति तहसील प्रशासन को उपलब्ध करवा दी गयी थी। साथ ही तहसीलदार को भी मामले की जानकारी दे दी गयी थी। इस मामले में शजरा दुरूस्त करने की कार्रवाई भी चल रही है। पंरतु तहसील प्रशासन ने बिना किसी पूर्व सूचना के गांव में जाकर करीब चालिश वर्ष पूर्व बनी उनके घेर की दिवार गिरवा दी।

अधिवक्ताओ ने इस घटना को तहसील प्रशासन की मनमानी बताते हुए इसकी कडे शब्दो मे निंदा की। साथ ही तहसील के राजस्व न्यायालयो का बहिष्कार करने की घोषणा भी की। बार संघ ने दोनो नायब तहसीलदारो के स्थानांतरण व उनके विरूद्ध विभागीय कार्रवाई होने तक उनके न्यायालय का बहिष्कार करने का निर्णय लिया। बार संघ ने तहसीलदार व उपजिलाधिकारी पर भी सहयोग न करने के आरोप लगाते हुए 16 सितंबर तक उनके न्यायालय का बहिष्कार करने की घोषणा की है। साथ ही चेताया कि यदि कोई कार्रवाई नंही हुई तो आगामी 16 सितंबर को जनपद की समस्त बार एसोसिएशनो से भी आंदोलन में सहयोग लियाजायेगा।

बैठक में बारसंघ अध्यक्ष हरपालसिंह ,सचिव सेठपालसिंह , महावीरसिंह , उधमसिंह , देंवेंद्र सिंह, कवंरपालसिंह , राजपालसिंह , आदि उपस्थित रहे।