लखनऊ। हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने यूपी में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव में आज बड़ा फैसला सुनाते हुए ओबीसी आरक्षण को रद कर दिया है। इसी के साथ कोर्ट ने आदेश दिया कि चुनाव बिना देरी के जल्द से जल्द कराए जाएं। हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि पिछड़े वर्ग के अधिकारों को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। वहीं अपना दल ने कहा कि OBC वर्ग के बिना निकाय चुनाव किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है।
प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने नगरीय निकाय चुनाव पर हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद फौरन ट्वीट कर कहा कि नगरीय निकाय चुनाव के संबंध में माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद के आदेश का विस्तृत अध्ययन कर विधि विशेषज्ञों से परामर्श के बाद सरकार के स्तर पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा,परंतु पिछड़े वर्ग के अधिकारों को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा!
अपना दल ने भी नगरीय निकाय चुनाव पर हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद ट्वीट कर कहा कि OBC आरक्षण के बिना निकाय चुनाव किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है। हम इस संदर्भ में माननीय लखनऊ उच्च न्यायालय द्वारा दिए गए फैसले का अध्ययन कर रहे हैं। जरूरत पड़ी तो अपना दल ओबीसी के हक के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगा।
सपा ने कहा कि भाजपा सरकार ने पिछड़ों को धोखा दिया है। भाजपा की बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर के दिए संविधान को खत्म करने की साजिश है। निकाय चुनाव में पिछड़ों और दलितों का हक मारने के लिए भाजपा सरकार ने गलत तरीके से किया आरक्षण। पहले पिछड़ों का हो आरक्षण, फिर हो चुनाव।
समाजवादी पार्टी ने कहा कि सपा को ब्राह्मण विरोधी सिद्ध करने वाली भाजपा खुद पिछड़ा वर्ग विरोधी साबित हो गई है। आज भाजपा का पिछड़ा विरोधी चाल चरित्र और चेहरा सारी दुनिया के सामने उजागर हो गया। डिप्टी सीएम केशव मौर्य जो खुद को पिछड़ा वर्ग हितैषी बताते थे वे आज भाजपा में बंधुआ मजदूर की तरह समाज विरोधी दिख रहे।
इतना ही नहीं सपा ने हमलावर होते हुए कहा कि भाजपा जो खुद नहीं कर पाती वो जनहित याचिका के माध्यम से करवाती है। पिछड़ा विरोधी भाजपा का चाल चरित्र और चेहरा आज उजागर हो गया है। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को लेकर सपा ने कहा कि कहां छिपे बैठे हो ? मुंह खोलो बंधुआ मजदूर ,शर्म नहीं आती पिछड़ा वर्ग के हितों पर भाजपा के इस कुठाराघात पर ? पिछड़ा वर्ग तुमसे शर्मिंदा है!