एक दूसरे के पूरक हैं विभाग व व्यापारी: एसपी सिंह
- सहारनपुर में वाणिज्य कर एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-1 से मुलाकात करते व्यापारी।
सहारनपुर [24CN]। उ.प्र. उद्योग व्यापार मण्डल की जिला इकाई का एक प्रतिनिधिमंडल जिलाध्यक्ष शीतल टण्डन के नेतृत्व में सहारनपुर जोन के नवान्गतुक एडीशनल कमिश्नर ग्रेड-1 एस.पी.सिंह से स्थानीय दिल्ली रोड स्थित वाणिज्य कर भवन में मिला। जिले के व्यापारियों की ओर से उनको अंगवस्त्र, पुष्प गुच्छ व पुस्तक भेंट कर शुभकामनाएं दी गयी।
इस अवसर पर व्यापारी प्रतिनिधियों द्वारा विभाग से सम्बन्धित अनेक बिन्दुओं पर वार्ता की गयी। इन दिनों ईंट भट्टा व्यापारियों की मांगों के प्रति विभाग के सकारात्मक रूख रखने की मांग किये जाने के साथ-साथ ई-वे बिल में मामूली तकनीकी कमी होने के कारण जिसमें करअपंवचना की कोई संभावना नहीं होती। ऐसे मामलों में विभाग के अधिकारियों द्वारा व्यापारी को अनावश्यक परेशान किया जा रहा है और इन दिनों अनेक व्यापारियों को विभाग की ओर से पांच से पन्द्रह वर्ष पुरानी छोटी-छोटी बकाया धनराशियों के लिए नोटिस भेजे जा रहे हैं। इतनी पुरानी धनराशियों का पता लगाना और जमा करना विभाग व व्यापारियों के लिए अत्यंत कठिन कार्य है। इसलिए समाधान योजना लाये जाने की मांग की गयी।
व्यापारी प्रतिनिधियों ने जीएसटी की दरों को कम करने और इसका सरलीकरण करने की मांग को दोहराया और इस सम्बन्ध में नये-नये आने से व्यापारियों में अनेक भ्रान्तियां हो रही है। इसलिए विभाग द्वारा जीएसटी से सम्बन्धित कार्यशालाएं व बैठकों के आयोजन का भी सुझाव रखा गया। एडीशनल कमिश्नर ग्रेड-1 एसपी सिंह ने व्यापारी प्रतिनिधियों का उनके स्वागत के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वाणिज्य कर विभाग व व्यापारी एक दूसरे के पूरक हैं और उनका यह प्रयास रहेगा कि उनके विभाग के किसी अधिकारी व कर्मचारी द्वारा किसी भी व्यापारी का उत्पीडऩ नहीं होने दिया जायेगा और प्रथम दृष्टया में माल के आवागमन में चैकिंग के दौरान यदि कर अपवंचना नहीं प्रतीत होती तो मामूली तकनीकी खामी पर व्यापारी को राहत दी जाएगी और अनावश्यक टैक्स की वसूली किसी भी दशा में नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह एक निश्चित अंतराल के बाद व्यापारी प्रतिनिधियों के साथ आपसी तालमेल बनाये रखने हेतु नियमित बैठकें भी आयोजित करेंगे। प्रतिनिधिमंडल में
जिलाध्यक्ष शीतल टण्डन, जिला महामंत्री रमेश अरोडा, जिला कोषाध्यक्ष राजीव अग्रवाल, मेजर एस.के. सूरी, संदीप सिंघल, कर्नल संजय मिड्ढा, अशोक मलिक व राकेश मानकटला शामिल रहे।
