बाइक रैली निकालकर किया जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन

बाइक रैली निकालकर किया जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन
  • सहारनपुर में प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन सौंपते पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के पदाधिकारी।

सहारनपुर [24CN]। पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने किसानों व आम जनता की समस्याओं को लेकर बाइक रैली निकालकर जिला मुख्यालय पर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया तथा राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपकर समस्याओं का समाधान कराने की मांग की।

पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष भगतसिंह वर्मा के नेतृत्व में पेपल मिल से बाइक रैली निकालते हुए विश्वकर्मा चौक, चौ. चरणसिंह चौक, जनकपुरी चौक, देहरादून चौक, घंटाघर चौक से कोर्ट रोड होते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे तथा मांगों के समर्थन में जोरदार नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष भगतसिंह वर्मा ने कहा कि केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकारें अन्नदाता किसानों की अनदेखी कर रही हैं जिसे अब अन्नदाता किसान बर्दाश्त नहीं करेगा।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार तीनों कृषि कानूनों में किसानों के हित में नियमों में संशोधन करके एमएसपी की गारंटी का कानून बनाए और देश के अन्नदाता किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य दिलाने के लिए हरित क्रांति के जनक डा. एम. एस. स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को तत्काल लागू करे। उन्होंने मांग की कि किसानों की एक निश्चित आय करने के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय किसान आय आयोग का गठन करें क्योंकि सरकारों की गलत नीतियों के कारण अन्नदाता किसान कर्जबंद होकर आत्महत्या करने को मजबूर है। उन्होंने बकाया गन्ना मूल्य भुगतान व सभी हाइवे से टोल टैक्स समाप्त करने के साथ-साथ मनरेगा योजना को सीधा खेती से जोडऩे की मांग की।

प्रदर्शनकारियों को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वीरेंद्र चौधरी, राष्ट्रीय महासचिव रविंद्र चौधरी, मंडल उपाध्यक्ष स. गुरविंदर सिंह बंटी, मंडल महामंत्री वीरेंद्र सिंह बिल्लू, प्रदेश महामंत्री आसिम मलिक, जिलाध्य़क्ष सुशील गुर्जर ने भी सम्बोधित किया। प्रदर्शनकारियों में सुनील, वसीम जहीरपुर, सुरेंद्र एडवोकेट, महबूब हसन, बबलू चौधरी, मो. मुकर्रम प्रधान, मो. सलीम, मो. वसीम, हाजी सुलेमान, हाजी साजिद चौधरी, बाबूराम, सुमित वर्मा, विकास आर्य, राजकरण, राजकुमार, जितेंद्र कुमार, प्रदीप चौधरी, जोगेंद्र चौधरी, कालूराम, स. मनुराज सिंह, जगतार सिंह, टीनू सिंह आदि सहित भारी संख्या में किसान शामिल रहे।