बाबा साहेब समेत अन्य महापुरुषो के द्वारों को शीघ्र बनाने की मांग
- अंबेडकर शोध एवं मानव विकास संस्थान के तत्वावधान में आयोजित दलित समाज की विभिन्न सामाजिक संघटनों की बैठक में मां श्री त्रिपुर बाला सुंदरी देवी मंदिर स्थित मेला ग्राउंड में सड़क चैड़ीकरण के नाम पर शताब्दी द्वार समेत महापुरुषों समेत कई द्वारों को हटा दिया गया था। लेकिन नगर पालिका द्वारा अभी तक उनका पुनरू निर्माण के आश्वासन के बाद भी उनका निर्माण नहीं कराया कराया जा सका है।
देवबंद [24CN] : गुरुवार को आयोजित बैठक में रामकरण बौद्ध ने कहा कि वर्ष १९९१ में भारत रत्न बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर द्वार का निर्माण समाज ने अपने खर्चे पर कराया था। लेकिन मई वर्ष २०१५ में सड़क के चैड़ीकरण और मेला ग्राउंड के सौंदर्यकरण नाम पर उक्त द्वार समेत अनेकों महापुरुषों के नाम पर बने द्वार तोड़ दिए गए थे। जिनके निर्माण नगर पालिका परिषद द्वारा वायदें के अनुरुप अभी तक नहीं कराया गया है। इतना ही नहीं बार-बार कहने के बाद भी कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया जा रहा है।
भीम आर्मी के प्रदेश प्रभारी दीपक बौद्ध ने कहा कि पालिका परिषद अपने वायदे को पूरा करें। ओर शीघ्र वायदें के अनुरुप बाबा साहेब का द्वार बनाए। साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि द्वार वायदें के अनुरुप नहीं बना तो वह उक्त प्रकरण को लेकर सड़क पर आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेंगे। बैठक में रजनीश गौतम, दलित सेना के शिवकुमार, द-बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष नाथीराम बौद्ध और सुमित कुमार समेत अन्य संघटनों के पदाधिकारियों ने संबोधित किया। इस दौरान शौर्य अंबेडकर, समयदीन, इकराम अंसारी, रामदास, नरेश अरोड़ा, राजकुमार जाटव, अग्रसैन बौद्धाचार्य और सुरेंद्र भारती सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।