13 मई से पूर्व पोर्ट पर पड़े माल को निर्यात की छूट देने की मांग

सहारनपुर। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मण्डल जनपद इकाई ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ज्ञापन भेजकर गेंहू के निर्यात पर भारत सरकार द्वारा 13 मई 2022 से लगाई रोक में संशोधन कर 13 मई से पूर्व पोर्ट पर पड़े माल को निर्यात की छूट देने की मांग की है।

ज्ञापन में जिलाध्यक्ष शीतल टण्डन ने अवगत कराया कि केन्द्र सरकार द्वारा तीन दिन पूर्व 13 मई को एक नोटीफिकेशन द्वारा जारी आदेश में देश से गेंहू के निर्यात को तत्काल बन्द कर दिये जाने का आदेश दिया गया है जिसके कारण आज पूरे देश के व्यापारियों के गेंहू से लदे हजारों ट्रक कांडला व मुम्बई पोर्ट पर अनलोड होने के लिए खड़े हैं और देश की अन्य रेलवे साइडिंग पर भी गेंहू लगा हुआ है।

व्यापार मण्डल आपकी निर्यातक नीति का तो समर्थन करता है परन्तु इस नये आदेश के कारण निर्यातक अपने सौदे वापिस ले रहे हैं, जिससे व्यापारी बर्बाद होने की कगार पर खड़ा हो गया है। जो माल पोर्ट पर है, उसके भण्डारण की सही व्यवस्था न होने के कारण गेंहू खराब हो सकता है जिसका सीधा प्रभाव निर्यातक व्यापारी व किसान पर पड़ेगा।

उन्होंने बताया कि 13 मई को जारी आदेश के समय उ.प्र. समेत कई राज्यों के व्यापारियों के सात हजार से अधिक ट्रक कांडला व मुम्बई पोर्ट पर अनलोड होने के लिए खड़े हैं। माल की सही व्यवस्था न होने के कारण मंडियों में देनदारियों पर प्रभाव पड़ेगा।

महोदय आपके कुशल नेतृत्व में देश लगातार प्रगति कर रहा है और आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर है। सरकार व देश के किसानों के अथक प्रयासों में देश में गेंहू की पैदावार अच्छी हुई है। केन्द्र सरकार ने गेंहू निर्यात का निर्णय लिया था जिसके कारण व्यापारियों ने मंडियों में किसानों को उनकी उपज का भाव सरकारी खरीद भाव से ज्यादा देकर खरीदा और उस माल को एक्सपोर्ट करने वालो ंको विक्रय किया।

देश में गेंहू व आटे की बढ़ रही कीमतों के कारण केन्द्र सरकार ने गेंहू के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया है। यह एक सही निर्णय है, लेकिन देश के गेंहू के व्यापारियों के हितों का भी सरकार को ध्यान रखना होगा। ज्ञापन में पुरजोर मांग की कि गयी आर्थिक व व्यवहारिक दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए 13 मई के आदेश से पूर्व पोर्ट पर और ट्रांसपोटेशन पर पहुंचे गेंहू को निर्यात करने हेतु एक माह की अनुमति प्रदान की जाये।

यह सरकार व्यापारी और किसान सबके हित में होगा। ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने वालों में शीतल टण्डन, रमेश अरोडा, राजीव अग्रवाल,मेजर एस. के. सूरी, रमेश डावर, पवन गोयल, कर्नल संजय मिडढा, संदीप सिंघल शामिल रहे।