सेवानिवृत्त कर्मचारी एवं पेंशनर्स एसोसिएशन का धरना, सरकार से की कई समस्याओं के शीघ्र समाधान की मांग

सेवानिवृत्त कर्मचारी एवं पेंशनर्स एसोसिएशन का धरना, सरकार से की कई समस्याओं के शीघ्र समाधान की मांग
  • सहारनपुर में धरना स्थल पर धरना देते पेंशनर्स।

सहारनपुर। सेवानिवृत्त कर्मचारी एवं पेंशनर्स एसोसिएशन के तत्वावधान में समस्याओं के समाधान के लिए शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन किया गया। धरने को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने केंद्र सरकार द्वारा पारित वित्त विधेयक 2025 के माध्यम से केंद्रीय सिविल सेवा नियमावली में किए गए संशोधन पर आपत्ति जताई, जिसके तहत पेंशनरों को सेवानिवृत्ति तिथि के आधार पर समूहों में विभाजित करने की आशंका जताई गई।

वक्ताओं ने जोर देकर कहा कि यह संशोधन पेंशनरों के हितों के विरुद्ध है और समस्त प्रदेश के पेंशनर इसके विरोध में एकजुट हैं। उन्होंने मांग की कि राशिकरण की धनराशि की वसूली की अवधि को वर्तमान 15 वर्षों से घटाकर 10 वर्ष 8 माह किया जाए तथा अधिक से अधिक प्रत्यावेदन उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गठित समिति को भेजे जाएं। इसके अतिरिक्त, महंगाई भत्ता एवं महंगाई राहत के शासनादेशों को पूर्व की भांति एक साथ जारी किए जाने की मांग की गई और डीलिंक न करने पर बल दिया गया।

धरने में वक्ताओं ने यह भी मांग की कि अनिवार्य शिक्षा अधिनियम के तहत चल रहे प्राथमिक विद्यालयों को बंद न किया जाए और न ही किसी अन्य विद्यालय में उनका विलय किया जाए, ताकि गरीब बच्चों की शिक्षा बाधित न हो। उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल से लंबित 18 माह की महंगाई राहत की शेष राशि का अविलंब भुगतान किए जाने की भी मांग की गई।

धरने को अब्दुल कय्यूम खान, सत्यपाल सिंह, सुखबीर सिंह, नरेन्द्र शर्मा, मौहम्मद कलीम, यशपाल सिंह, रामपाल शर्मा, आर्मुस माथुर, विपिन आहुजा, आर.बी. काम्बोज, पूरण सिंह सैनी, प्रेमचन्द (रामपुर), सुशील शर्मा, अर्जीत सिंह आदि ने संबोधित किया।  धरने की अध्यक्षता सुभाष चन्द त्यागी व संचालन जिला मंत्री सतीश कुमार गर्ग ने किया।