गंगा नदी में लाश बहाने की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग

गंगा नदी में लाश बहाने की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग
  • सहारनपुर में आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति की बैठक को सम्बोधित करता वक्ता।

सहारनपुर [24CN] । आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंजी. आर. पी. सिंह अम्बेडकर ने कहा कि कोविड-19 महामारी में लाखों लोग बिना दवा व बिना वैक्सीन के सही प्रकार से अपना उपचार नहीं करा पाए। उन्होंने गंगा में बहाई गई लाशों की भी उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की। राष्ट्रीय अध्यक्ष इंजी. आर. पी. सिंह अम्बेडकर आज यहां देहरादून चौक स्थित लोक निर्माण विभाग के अतिथिगृह पर आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केंद्र व उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकारें कोविड मरीजों का सही प्रकार से उपचार कराने में विफल रही और अनेक लाशों को गंगा नदी में बहा दिया गया। उन्होंने इस प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच कराने तथा मृतकाश्रितों को 50 लाख रूपए की आर्थिक सहायता तथा उनके परिवारजनों में से एक को सरकारी नौकरी भी दिलाने की मांग की।

उन्होंने कहा कि सरकार बेरोजगार मजदूरों को प्रति माह पांच हजार रूपए की धनराशि देने के साथ ही पेट्रोल-डीजल, बस व रेल के किरायों में की गई वृद्धि को वापस लेने के साथ-साथ शिक्षा के निजीकरण, सरकारी विभागों के निजीकरण व किसानों से जुड़े काले कानूनों को भी तत्काल रद्द करने का काम करे। समिति के जिलाध्यक्ष साधूराम अम्बेडकर ने कहा कि आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति मांगों के समर्थन में राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन सभी सांसदों व विधायकों को सौंपने का काम करेगी।

दिल्ली प्रदेश प्रभारी किशोर गौतम ने कहा कि समिति द्वारा दिल्ली के जंतर-मंतर पर एक विशाल रैली का आयोजन कर संसद का घेराव किया जाएगा। सहारनपुर-मेरठ मंडल के को-आर्डिनेटर अरूण कुमार ने अपनी मांगों को लेकर प्रत्येक मंडल से 50-50 बसें ले जाने के निर्देश दिए। बैठक में रविंद्र गौतम, राजन सिंह, सुलेक चंद, सुमेर चंद, सुभाष गौतम, ईसम सिंह गौतम, अनुज कुमार आदि मौजूद रहे।