देवबंद में सीएए और एनपीआर के खिलाफ धरना जारी, लगातार बढ़ रही भीड़, प्रशासन सतर्क

देवबंद में सीएए और एनपीआर के खिलाफ धरना जारी, लगातार बढ़ रही भीड़, प्रशासन सतर्क

सीएए, एनपीआर और प्रस्तावित एनआरसी के खिलाफ देवबंद में चल रहे धरने पर जुट रही भीड़ के बाद प्रशासन और पुलिस के कान खड़े हो गए हैं। जेएनयू, दिल्ली यूनिवर्सिटी, एएमयू, प्रयागराज यूनिवर्सिटी सहित कुछ राजनीतिक दलों के मिल रहे समर्थन ने प्रशासन और पुलिस की चिंता भी बढ़ा दी है। अब प्रशासन-पुलिस द्वारा अंदरूनी तौर पर ये जांच शुरू की गई है कि देवबंद धरने पर भीड़ जुटाने वाला तंत्र कौन है। कहीं इस बाबत कोई बाहरी तत्व फंडिंग तो नहीं कर रही। खुफिया तौर पर इसकी जांच हो रही है। हर पल नजर रखी जा रही है। इसी कड़ी में धरने को प्रोत्साहित करने के आरोप में चार लोगों को प्रशासन की ओर से नोटिस भी जारी किया गया है।

दिल्ली के शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ कई दिनों से आंदोलन किया जा रहा है। शाहीन बाग के बाद ये आंदोलन देश के कई शहरों में पहुंच गया। जनपद के देवबंद में भी नौ दिन पहले सीएए के खिलाफ धरना-प्रदर्शन की शुरुआत हुई। धीरे-धीरे इस प्रदर्शन में लोगों की तादाद जुटने लगी। समर्थन देने नेता भी पहुंचने लगे। जिससे इस धरने को बल मिला। अब करीब 10 दिन बाद सूत्रों का कहना है कि प्रशासन और पुलिस को इनपुट मिला है कि कुछ लोग इस धरने को पीछे से सहयोग कर रहे हैं। धरने पर जवाहर लाल नेहरू विवि दिल्ली, दिल्ली विवि, अलीगढ़ विवि, प्रयागराज विवि सहित अन्य जगहों से समर्थन मिलना शुरू हो गया। प्रशासन और पुलिस ने धरने को लेकर आंतरिक जानकारी जुटानी शुरू कर दी थी। जिस कड़ी में चार लोगों को धरने को प्रोत्साहित करने के मामले में नोटिस जारी किया गया है। नोटिस जारी होने के साथ ही खुफिया तंत्र इसे लेकर और सक्रिय हो गया है कि कहीं इस धरने को कहीं से फंडिंग तो नहीं की जा रही हैं।