दिल्ली पुलिस को मिला ‘साक्षी हत्याकांड’ का बड़ा सबूत, साहिल खान ने आधीरात में कबूला जुर्म
- रोहिणी कोर्ट के अधिवक्ता गौरव वत्स और दिनेश माथुर बताते हैं कि किसी भी हत्या के मामले में प्रयुक्त हथियार की बदामदगी बहुत जरूरी और महत्वपूर्ण होती है। साक्षी हत्याकांड में भी चाकू की बरामदगी बहुत जरूरी थी।
नई दिल्ली। उत्तर पश्चिमी दिल्ली के शाहबाद डेयरी इलाके में हुए साक्षी हत्याकांड में दिल्ली पुलिस को एक बड़ा सबूत मिल गया है। दिल्ली पुलिस ने गुरुवार देर रात साहिल खान द्वारा साक्षी की हत्या में कथित रूप से इस्तेमाल किया गया चाकू बरामद कर लिया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि आरोपी की पुलिस हिरासत गुरुवार को अदालत ने तीन और दिनों के लिए बढ़ा दी। उससे फिर से पूछताछ की गई और उसकी निशानदेही पर अपराध का हथियार बरामद किया गया।
इनसे भी हुई पूछताछ
उन्होंने कहा कि साहिल से जिरह की गई क्योंकि वह बार-बार अपने बयान बदल रहा था। पीड़िता के तीन दोस्तों भावना, अजय उर्फ झबरू और नीतू से भी व्यक्तिगत रूप से पूछताछ की गई और उनके बयानों की पुष्टि की गई। बुधवार को पुलिस ने क्राइम सीन रीक्रिएट किया था।
ये है साक्षी हत्याकांड
बता दें कि 28 मई को साहिल खान (20 वर्ष) ने साक्षी (16 वर्ष) को 20 से अधिक बार चाकू से गोदा और सीमेंट स्लैब से कुचल कर मार डाला। उसके शरीर पर चोट के 34 निशान थे और उसकी खोपड़ी फटी हुई थी। साहिल को अगले दिन उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से गिरफ्तार किया गया था। अपराध के बाद उसने रिठाला में झाड़ियों में कथित तौर पर चाकू फेंक दिया था।
साहिल ने कबूला जुर्म
साहिल ने पुलिस बताया कि साक्षी द्वारा उसके दोस्तों के सामने उसे डांटने और उसके पास वापस आने से इनकार करने के बाद वह गुस्से में था। पुलिस के मुताबिक, दोनों का रिश्ता खराब हो गया था। पुलिस ने कहा कि अब तक की गई जांच से पता चला है कि अपराध में साहिल के साथ कोई भी शामिल नहीं था, आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने खुद ही इसे अंजाम दिया है।
चाकू की बरामदगी बहुत जरूरी
रोहिणी कोर्ट के अधिवक्ता गौरव वत्स और दिनेश माथुर बताते हैं कि किसी भी हत्या के मामले में प्रयुक्त हथियार की बदामदगी बहुत जरूरी और महत्वपूर्ण होती है। साक्षी हत्याकांड में भी चाकू की बरामदगी बहुत जरूरी थी। इसके आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।