Delhi: न चालान का डर, न जाम की चिंता; लॉकडाउन के फायदे अभी तक भुना रहे ऑटो चालक

Delhi: न चालान का डर, न जाम की चिंता; लॉकडाउन के फायदे अभी तक भुना रहे ऑटो चालक

नई दिल्ली । गुरु रविदास मार्ग, मां आनंदमयी मार्ग व ओखला एस्टेट मार्ग के बस स्टाप तो जैसे खो ही गए हैं। इन तीनों मार्गो पर बने बस स्टाप पर कहीं अवैध पार्किग की जा रही है तो कहीं इनके सामने पुरानी कार मार्केट सजा दी गई है। ऐसे में लोगों को बीच सड़क पर खड़े होकर बसों का इंतजार करना पड़ रहा है। गोविंदपुरी बस स्टाप तो अवैध पार्किग से ढक ही गया है। ओखला एस्टेट मार्ग पर भी लोगों को बस स्टाप की बदहाली की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। शिकायत करने पर विभिन्न विभागों के अधिकारी एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालते रहते हैं, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पाता है।

आसपास की गलियां इतनी संकरी हैं कि उनमें कारें जा नहीं पाती हैं इसलिए लोग सड़क पर ही वाहन पार्क कर देते हैं। इन्हें न तो चालान का डर है और न ही मार्ग अवरुद्ध होने की चिंता।

स्ट्रेन ने बढ़ाई चिंता

कोरोना वायरस के नए रूप ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। कोरोना संकट के साए में जी रहे लोगों को उम्मीद थी कि वैक्सीन आ जाने से नए साल में राहत मिलेगी, लेकिन इसी बीच ब्रिटेन समेत कई देशों में फैल रहे कोरोना वायरस के नए रूप ने फिर से डर का माहौल उत्पन्न कर दिया है। लोगों को आशंका है कि यह नया रूप दिल्ली में भी न पहुंच जाए। नए स्ट्रेन के संक्रमण की दर अधिक होने के कारण सरकार ने ब्रिटेन के लिए विमान यात्र प्रतिबंधित कर दी है। साथ ही कोरोना के नए स्ट्रेन से बचने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। लोगों का कहना है कि संक्रमण की आशंका के कारण उनकी नए साल के स्वागत को लेकर तैयारियां प्रभावित हुई हैं। दिल्ली में कोरोना के मामले धीरे-धीरे कम होने से माहौल सुधर रहा था, लेकिन अब नई आशंकाएं भी पनपने लगी हैं।

लाकडाउन के फायदे अभी तक भुना रहे ऑटो चालक

लाकडाउन के दौरान शारीरिक दूरी का पालन कराने के लिए आटो में सिर्फ दो सवारियां बैठाने की व्यवस्था की गई थी। तब जैतपुर मोड़ से मीठापुर चौक तक जाने वाले आटो चालकों ने इस व्यवस्था से होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए किराया प्रति व्यक्ति 10 रुपये से बढ़ाकर 20 रुपये कर दिया था। हालांकि, अब अनलाक के बाद से आटो चालकों ने फिर से चार-पांच सवारियां बैठाना शुरू कर दिया है, लेकिन किराया अब भी प्रति व्यक्ति 20 रुपये ही ले रहे हैं। आटो चालकों की देखादेखी इस रूट पर चलने वाले ई-रिक्शा चालकों ने भी अपना किराया बढ़ाकर 20 रुपये प्रति व्यक्ति कर दिया है। शिकायत करने पर आटो व ई-रिक्शा चालक कहते हैं कि अब सवारियों की कमी है इसलिए किराया बढ़ाया है। नाराज स्थानीय लोगों ने स्थानीय पुलिस के साथ ही यातायात पुलिस से भी शिकायत की लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका है।

एचएसआरपी और रंगीन स्टीकर बना मुसीबत
हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (एचएसआरपी) को लेकर लोगों की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। ज्यादा मुश्किल उन लोगों को हो रही है, जिनकी गाड़ी पुरानी है। ऐसे लोगों को दिल्ली में घुसते ही चालान का डर सता रहा है। जिन लोगों ने एचएसआरपी व रंगीन स्टीकर के लिए आवेदन कर रखा है, उन्हें न तो एचएसआरपी मिल रही है और न ही कोई जवाब दिया जा रहा है। लोगों को न तो वेबसाइट से कोई मदद मिल रही है और न ही हेल्पलाइन नंबर पर। लोगों ने अब चालान से बचने के लिए कार छोड़कर मेट्रो से सफर करना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि भारी-भरकम चालान भरने से तो अच्छा है कि मेट्रो या आटो से ही सफर करें। हालांकि, कुछ लोग रिस्क लेकर सफर कर रहे हैं। दिल्ली में अब तो इस अव्यवस्था को सुधारने की मांग को लेकर प्रदर्शन भी किए जा रहे हैं।