विभिन्न समस्याओं को लेकर एडिशनल कमिश्नर से मिला व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल

- सहारनपुर में जीएसटी के एडिशनल कमिश्नर को ज्ञापन सौंपते व्यापारी प्रतिनिधि।
सहारनपुर [24CN]। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल से जुड़े व्यापारियों ने जीएसटी से सम्बंधित विभिन्न समस्याओं के खिलाफ वाणिज्य कर आयुक्त को सम्बोधित ज्ञापन एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-1 जोन सहारनपुर को सौंपकर उनका प्राथमिकता के आधार पर समाधान कराने क मांग की। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल से जुड़े व्यापारी प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष व जिलाध्यक्ष विमल विरमानी के नेतृत्व में दिल्ली रोड स्थित जीएसटी कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-1 को ज्ञापन सौंपकर व्यापारियों की समस्याओं का समाधान कराने की मांग की।
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए मंडल प्रभारी विमल विरमानी ने कहा कि पिछले कुछ सालों से वाणिज्य कर विभाग व्यापारियों की समस्याओं का निदान करने के स्थान पर व्यापारियों के लिए खुद समस्या बना हुआ है। व्यापारियों के रिफंड देने में देरी, बेवजह आनाकानी, वैट अधिनियम के तहत कर निर्धारण में मनमानी, कई अधिकारियों द्वारा अपने भ्रष्टाचार के पोषण के लिए व्यापारियों को वाणिज्य कर कार्यालय में मौखिक रूप से बुलाना, वैट नियमों का उल्लंघन, नियमों के विरूद्ध एसआईवी सर्वे, छापे आदि प्रमुख समस्याएं हैं। उन्होंने मंडल व जनपद सहारनपुर के विगत सालों के कर निर्धारण आदेशों की कमेटी बनाकर गोपनीय जांच कराने, वैट अधिनियम के अंतर्गत 1 अप्रैल 2017 से 30 जून 2017 तक व्यापारियों की मांग पर उनके रिफंड तत्काल दिलाने, बिना नियम अथवा व्यापारी वर्ग में भय व्याप्त करने के नाम पर सर्वे व छापों पर तत्काल रोक लगाने तथा बिना मुख्यालय के निर्देश के कोई छापा या सर्वे व्यापारियों के खिलाफ न करने की मांग की।
श्री विरमानी ने कहा कि जीएसटी में लगातार हो रहे बदलाव पर व्यापारी संगठनों को अवगत कराया जाए तथा जांच के नाम पर नियमों का उल्लंघन कर व्यापारी के परिवहन को बाधित न किया जाए। उन्होंने वाणिज्य कर अधिकारियों की सम्पत्ति मुख्यालय स्तर पर लिखित रूप में उत्तर प्रदेश शासन की घोषणा के अनुरूप लेने की मांग की ताकि किसी भी तरह के भ्रष्टाचार पर रोक लग सके। प्रतिनिधिमंडल में जिला महामंत्री अनित गर्ग, महानगर अध्यक्ष स. गुरमेहर सिंह, हर्ष डाबर, स. तरणजीत सिंह बग्गा, रजत मित्तल, शांतनु ठकराल आदि व्यापारी शामिल रहे।