सिरस कमेटी के प्रतिनिधिमंडल ने जिला प्रशासन को सौंपा ज्ञापन

- सहारनपुर में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपने जाते सिरस समिति के पदाधिकारी।
सहारनपुर [24CN] । सिरत कमेटी के प्रतिनिधिमंडल ने स्वामी यतिनरसिंहानंद व वसीम रिजवी पर देश का माहौल बिगाडऩे का आरोप लगाते हुए राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपकर उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही किए जाने की मांग की। सिरत कमेटी के पदाधिकारी मौलाना अब्दुल मालिक मुगीसी के नेतृत्व में एकत्र होकर कलक्ट्रेट पहुंचे जहां उन्होंने राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा।
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए मौलाना अब्दुल मालिक मुगीसी ने कहा कि प्रत्येक मुसलमान अपनी जानमाल तथा अपने माता-पिता से भी अधिक अपने नबी हजरत मोहम्मद साहब से प्रेम करता है तथा उनकी शान में कोई भी गुस्ताखी बर्दाश्त नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि कुरान पवित्र ईश ग्रंथ है जो सारी मानवता की भलाई की बात करता है। उसमें किसी प्रकार के परिवर्तन की कोई गुंजाइश नहीं है।
उन्होंने कहा कि भारत की प्राचीन सभ्यता है कि यहां सभी धर्मों, धार्मिक ग्रंथों व धार्मिक महापुरूषों का सम्मान किया जाता है तथा किसी भी धर्म विशेष की भावनाओं को आहत नहीं किया जाता। उन्होंने कहा कि स्वामी यतिनरसिंहानंद द्वारा पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब की शान की गुस्ताखी कर माहौल को बिगाडऩे का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने स्वामी यतिनरसिंहानंद स्वामी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। मौलाना इजहार हैदर ने कहा कि शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी द्वारा कुरान की 26 आयतों को बदलने की मांग को लेकर रिट याचिका दायर की थी जिस पर उच्च न्यायालय ने जुर्माना भी लगाया था। उन्होंने राष्ट्रपति से दोनों आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग की ताकि देश में अमन शांति कायम रह सके। प्रतिनिधिमंडल में शेरशाह आजम, हाफिज मोहम्मद उवैश, मौलाना अजीहुल्लाह नदीवी, हाजी इरफान, काजी अब्दुल रहीम आदि शामिल रहे।