भाकियू पथिक के प्रतिनिधिमंडल ने जिला प्रशासन को सौंपा ज्ञापन

भाकियू पथिक के प्रतिनिधिमंडल ने जिला प्रशासन को सौंपा ज्ञापन
  • सहारनपुर में प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन सौंपते भाकियू पथिक के पदाधिकारी।

सहारनपुर। भारतीय किसान यूनियन पथिक के कार्यकर्ताओं ने किसानों की विभिन्न समस्याओं के विरोध में राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारी को सौंपकर समस्याओं का समाधान कराने की मांग की।

इससे पूर्व कलक्ट्रेट परिसर में आयोजित मासिक बैठक को सम्बोधित करते हुए भाकियू पथिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज चौधरी ने कहा कि सहारनपुर की सहकारी समितियों में यूरिया खाद उपलब्ध नहीं है। यदि किसी समिति में यूरिया खाद आता है तो किसानों को लम्बी लाइनों में लगना पड़ रहा है जिससे किसान परेशान है। उन्होंने कहा कि चीनी मिलों पर किसानों का करोड़ों रूपया बकाया है लेकिन चीनी मिल मालिकों की सांठगांठ सरकार के बड़े नेताओं से है जिस कारण चीनी मिलें किसानों का करोड़ो रूपए दबाए बैठी हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की थी कि उत्तर प्रदेश में किसानों की नलकूपों की बिजली मार्च 2023 के बाद नि:शुल्क कर दी जाएगी लेकिन विद्युत विभाग के अधिकारी कह रहे हैं कि हमारे पास अभी तक नलकूपों की बिजली नि:शुल्क करने का कोई पत्र सरकार की ओर से नहीं आया है। इससे साबित हो गया है कि भाजपा सरकार किसान विरोधी है जिसकी करनी व कथनी में अंतर है।

प्रदेश संगठन मंत्री जयपाल चौहान ने कहा कि गांव भागूवाला की पेयजल योजना के अंतर्गत पानी की टंकी का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है जिससे ग्रामीणों की पानी की समस्या हो रही है। यदि टंकी का निर्माण कार्य शीघ्र ही पूरा नहीं किया गया तो भाकियू पथिक बेहट तहसील पर धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होगी। बैठक में जोनी मुखिया, राजा सैनी, देशराज राणा, सोमपाल स्वामी, शिवचरण सैनी, चौ. तिरसपाल, राजीव कुमार, हरीश कुमार, अनूप सिंह, धीरेंद्र चौधरी, मदन चौधरी, गुड्डू, मौ. मौसम आदि किसान मौजूद रहे।