Red Fort Violance: रोते हुए फेसबुक पर फिर लाइव हुआ दीप सिद्धू, बताया पंजाब में अभी कहां और किस हालत मे छिपा है

Red Fort Violance: रोते हुए फेसबुक पर फिर लाइव हुआ दीप सिद्धू, बताया पंजाब में अभी कहां और किस हालत मे छिपा है

चंडीगढ़ । 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर दिल्‍ली के लाल किला पर हुई घटना के आरोपित पंजाबी फिल्‍म के एक्‍टर दीप सिद्धू ने एक बार फिर इंटरनेट मीडिया पर लाइव हाेकर अपना पक्ष रखा है। लाल किले पर हुए उपद्रव को लेकर दिल्ली पुलिस दीप सिद्धू की तलाश में छापामारी कर रही है। दीप सिद्धू ने अपनी हालत के बारे में भी बताया और यह भी जानकारी दी कि वह कहां और किस हाल में है।

दीप सिद्धू ने फेसबुक पर लाइव होकर यह तो नहीं बताया कि वह पंजाब में किस जगह पर है, लेकिन इतनी जानकारी जरूर दी कि कहीं खेत मजदूरों से शरण लेकर बैठा है। रविवार रात को सिद्धू एक बार फिर फेसबुक पर लाइव हुआ लेकिन उसकी आंखों में आंसू थे। सिद्धू ने खुलासा किया है कि वह दिल्ली में केस दर्ज होने के बाद पटियाला आकर छिपा था। दो दिन पहले पटियाला पहुंच गया था लेकिन वहां किसी ने पंजाब पुलिस को सूचित कर दिया। पटियाला पुलिस ने छापेमारी भी की लेकिन कुछ लोगों और ‘भगवान’ की मदद से वह वहां से बच कर निकल गया।

 कहा- पटियाला पहुंचा तो पुलिस ने ट्रैप लगाया लेकिन लोगों और ‘भगवान’ ने बचाया

सिद्धू ने कहा कि वहां से निकलने के बाद उसने खेतों में काम कर रहे मजदूरों के घर में पनाह ली। केस दर्ज होने और किसान नेताओं की ओर से गद्दार कहे जाने को लेकर उसने पंजाबियों को भी ललकारा। उसने कहा, जेल जाने से नहीं डरता हूं, लेकिन वापस आकर सब को देख लूंगा। पंजाबियों से तो बिहार के लोग ही अच्छे हैं जो समझते हैं कि मैंने जो किया वह पंजाब के लिए किया। उसने रोते हुए कहा कि बिहार के लोगों ने मुझे पनाह दी है और रोटी नहीं मिली तो अब केले व किन्नू खाकर गुजारा कर रहा हूं।

15 मिनट के फेसबुक लाइव में दीप सिद्धू में अपने पिता पर उंगली उठाने वाले मीडिया कर्मी को जेल से बाहर आकर देख लेने की धमकी भी दी। इसके साथ ही सनी देओल से भी कहा है कि वह भी उसका साथ छोड़ गए, जबकि चुनाव के समय उसने सनी के लिए 20 दिन तक सख्त मेहनत की है। सनी भी उसके साथ खड़ा नहीं हुए। पंजाबियों ने मेरे साथ जो व्यवहार किया है उसके बाद कोई भी पंजाबियों का साथ देने नहीं आएगा। मेरे पास एक एक बंदे का हिसाब है लेकिन आंदोलन के कारण चुप हूं। सिद्धू ने लक्खा सिधाणा को गद्दार कहने  वालों की भी आलोचना की।