दीनी तालीम इंसान को सही रास्ते पर चलना सिखाती है: खिजर शाह

- 14 वर्षीय अमानुल्लाह की उलमा के हाथों हुई दस्तारबंदी
देवबंद [24CN]: मदरसा जामिया इमाम मोहम्म द अनवर शाह के मोहतमिम व शेखुल हदीस मौलाना अहमद खिजर शाह मसूदी ने कहा कि कुरआन पाक हिफ्ज करने वाले बच्चों पर अल्लाह की खास मेहरबानी होती है। कुरआन एक ऐसी आसमानी किताब है जिसे सीनों में महफूज किया जा सकता है।
रविवार की रात्रि मोहल्ला बेरुन कोटला में आयोजित दस्तारबंदी कार्यक्रम में मौलाना अहमद खिजर शाह मसूदी ने कहा कि सभी को चाहिए कि वह अपने बच्चों को दीनी तालीम जरुर दिलाएं। क्योंकि दीनी तालीम इंसान को सही रास्ते पर चलना सिखाती है। उन्होंने कहा कि कुरआन का सुनना, सुनाना और पढ़ना बेहद सवाब (पुण्य) का कार्य है।
प्रसिद्ध शायर डा. नवाज देवबंदी ने कहा कि तालीम के बिना इंसान अधूरा है। दीनी तालीम हो या दुनियावी तालीम दोनों ही इंसान को बेहतरीन इंसान बनाने का काम करती हैं। कार्यक्रम में कुरआन पाक हिफ्ज (कंठस्थ) करने वाले रिजवान सलमानी के 14 वर्षीय पुत्र हाफिज अमानुल्लाह की उलमा के हाथों दस्तारबंदी भी हुई। अंत में मुल्क में अमनो अमान और आपसी सौहार्द के लिए दुआ भी कराई गई। इसमें कारी अबुल हसन आजमी, मौलाना मुजम्मिल अली, डा. अनवर सईद, मौलाना शकेब कासमी, मौलाना नसीम अख्तर शाह कैसर, डा. अख्तर