डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर ने पकड़ी रफ्तार, तीन अंडरपास तैयार
कोलकाता से लेकर लुधियाना तक बनाए जा रहे डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर ने रफ्तार पकड़ ली है। मेरठ क्षेत्र में एलएंडटी की ओर से निर्माण कार्य किया जा रहा है। परतापुर से तीन किलोमीटर आगे सड़क के दोनों ओर स्ट्रक्चर और तीन अंडरपास तैयार कर लिए गए हैं। वर्ष-2021 तक खुर्जा से लुधियाना वाले ट्रैक पर मालगाड़ी दौड़ती नजर आएंगी।
मोहिउद्दीनपुर के पास किए जा रहे निर्माण कार्य एक रेलवे फ्लाइओवर ओर एक ओवरब्रिज बनाया जाना है। इसके लिए साइट पर एक दर्जन से अधिक एलएंडटी के कर्मचारी कार्य करने में जुटे हैं। इस साइट पर लगभग छह महीने पहले कार्य शुरू किया गया था। शुरुआत में बारिश और मिट्टी न मिलने से कार्य की रफ्तार सुस्त हो गई थी। लेकिन पिछले एक महीने में तेजी से कार्य चल रहा है।
ये होगा फायदा
इस ट्रैक के शुरू हो जाने के बाद मालगाड़ी 100 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ेंगी। इससे यात्री ट्रेनों को भी सिग्नल मिलने में कोई परेशानी नहीं होगी। वहीं जो सामान मालगाड़ी से पहले तय समय से अधिक समय में एक स्थान से पहुंचता था। वह अब आसानी से तय समय में ही तेज गति से पहुंच सकेगा।
मेरठ में यहां से गुजरेगा डीएफसी
सहारनपुर की तरफ से आते हुए सकौती टांडा, पावली खास, मेरठ सिटी, कैली होते हुए हापुड़ पहुंचेगा। वहां से दादरी होते हुए बुलंदशहर जिले के खुर्जा पहुंचेगा।
दो चरणों में बांटा है ट्रैक
कुल किलोमीटर – 1856
कोलकाता से लुधियाना तक
डबल ट्रैक – 1409 किमी
बंगाल के दनकौनी से खुर्जा तक
सिंगल ट्रैक – 447 किमी
लुधियाना से खुर्जा तक
इस कॉरिडोर के ये प्रमुख स्टेशन
लुधियाना, सरहिंद, राजपुरा, अंबाला, सहारनपुर, मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, बरहन, टुंडला, फिरोजाबाद, इटावा, कानपुर, इलाहाबाद