वसीम रिजवी की कुरआन को लेकर दायर याचिका पर भड़का दारुल उलूम

वसीम रिजवी की कुरआन को लेकर दायर याचिका पर भड़का दारुल उलूम
  • मोहतमिम बोलेः इस्लाम दुश्मन नापाक शख्स के खिलाफ हो सख्त कार्रवाई

देवबंद [24CN] :  दारुल उलूम के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने कहा कि हम उस इस्लाम दुश्मन नापाक शख्स का नाम लेना भी पसंद नहीं करते जिसने कुरआन-ए-करीम से आयतें हटाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। उन्होंने कहा कि कुरआन-ए-करीम अमन, इंसानियत का संदेश देता है और पूरी दुनिया का सच्चा व सही मार्गदर्शन करता है।

कहा कि कुरआन अल्लाह की मुकद्दस किताब है जिसमें आज तक कोई तब्दीली (बदलाव) हुई है न ही कभी होगी। उन्होंने भारत सरकार से एेसे शख्स के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। फतवा आन मोबाइल सर्विस के चेयरमैन मुफ्ती अरशद फारुकी ने कहा कि विवादों में बने रहना वसीम रिजवी की आदत बन चुकी है। उन्होंने हमेशा इस प्रकार के बयान दिए हैं जिससे धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं और मुल्क का माहौल खराब होता है।

फारुकी ने अदालत से रिजवी की याचिका को खारिज करने के साथ ही भारत सरकार से रिजवी के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है। जमीयत दावतुल मुसलीमीन के संरक्षक व प्रसिद्ध आलिम-ए-दीन कारी इस्हाक गोरा ने कहा कि वसीम रिजवी विवादित कार्यों और बयानों के लिए प्रसिद्ध हैं। लेकिन इस बार उन्होंने कुरआन-ए-करीम पर सवाल उठाकर यह साबित कर दिया है कि वे मानसिक रुप से दिवालियापन का प्रमाण है।