नई जनसंख्या नीति मानवाधिकार के खिलाफ – दारुल उलूम

- मुफ्ती अबुल कासिम नौमानी।
देवबंद [24CN] : बढ़ती जनसंख्या को विकास में बाधक मानते हुए योगी सरकार द्वारा जारी नई जनसंख्या नीति को विश्वविख्यात इस्लामिक शिक्षण संस्था दारुल उलूम के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने इंसानी हुकुक (मानवाधिकार) के खिलाफ बताया है। साथ ही यह भी कहा कि यह कानून इंसाफ पर आधारित नहीं है।
नई जनसंख्या नीति पर प्रतिक्रिया देते हुए मौलाना अबुल कासिम नोमानी ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण अधिनियम जिस अंदाज में लागू करने की कोशिश की जा रही है, यह सरासर मानवाधिकार के खिलाफ है और इंसाफ पर आधारित नहीं है। उन्होंने कहा कि दो से ज्यादा बच्चे पैदा हो गए, और उनको सुविधाओं से वंचित कर दिया जाए तो इसमें उन बच्चों की क्या खता है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को उत्तर प्रदेश जनसंख्या नीति जारी की है। विधेयक के प्रारूप के अनुसार दो से अधिक बच्चे होने पर सरकारी नौकरियों में आवेदन से लेकर स्थानीय निकाय चुनाव लडने तक पर रोक लगाने का प्रस्ताव है। इतना ही नहीं विधेयक में दो से अधिक बच्चे होने पर सरकारी योजनाओं का भी लाभ न दिए जाने का जिक्र भी किया गया है।