नाबालिग की करा रहे थे शादी, सीडब्ल्यूसी टीम ने बीच में ही रुकवाई, दिन भर चला हंगामा
नाबालिग की शादी के प्रकरण पर शनिवार को कलक्ट्रेट में दिन भर हंगामा होता रहा। लड़की के परिजन उसे बालिग बता रहे थे। वहीं बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) की जांच में लड़की नाबालिग नजर आ रही थी। जिस पर सीडब्ल्यूसी ने कहा कि शादी शनिवार को नहीं होगी। 25 नवंबर को सत्यता की जांच के बाद ही सीडब्ल्यूसी कोई फैसला लेगी।
टीपी नगर थाना क्षेत्र के मलियाना में एक लड़की के शादी के मामले में एक रिश्तेदार ने लड़की नाबालिग बताते हुए डीएम अनिल ढींगरा के समक्ष शिकायत की थी। डीएम के निर्देश पर शनिवार को डीपीओ शत्रुघभन कनौजिया टीम के साथ जांच के लिए लड़की के घर पहुंचे। सीडब्ल्यूसी की टीम भी इस दौरान साथ में थी।
लड़की के परिजनों द्वारा उम्र के संबंध में दिए गए प्रमाणपत्र टीम को जांच में फर्जी मिले जिसके बाद सीडब्ल्यूसी ने शादी पर रोक का फरमान जारी कर दिया। इस बीच कलक्ट्रेट पहुंचे लड़की के परिजनों और सीडब्ल्यूसी के बीच नोकझोंक हुई।
परिजन शादी को लेकर दबाव बना रहे थे तो वहीं सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष महेश शर्मा, सदस्य अनीता राणा, राजेंद्र सिंह ने दस्तावेजों की सत्यता पर सवाल खड़ा कर दिया। 25 नवंबर तक शादी को टालने के लिए सीडब्ल्यूसी ने पत्र जारी किया।
डीपीओ ने बताया कि थाना टीपी नगर पुलिस को नाबालिग की शादी रुकवाने के संबंध में निर्देश दे दिए गए हैं। प्रोबेशन विभाग की टीम नजर रखे हुए है। वहीं, एसओ टीपीनगर दिनेश कुमार का कहना है कि लड़की नाबालिग बताई गई है। उच्च अधिकारियों ने शादी रुकवाने के निर्देश दिए हैं। यदि जबरन शादी की गई तो पुलिस कानूनी कार्रवाई करेगी।