हनुमान जन्मोत्सव रैली में हिंसा बाद संबलपुर में कर्फ्यू, इंटरनेट सेवा बंद

संबलपुर: हनुमान जन्मोत्सव (Hanuman Janmotsav) पर आयोजित शोभायात्रा के दौरान मोटर साइकिल जुलूस पर हुए हमले के बाद भड़की हिंसा (Communal Violence) के शुक्रवार शाम को और फैल जाने के बाद शनिवार को पूरे संबलपुर में कर्फ्यू लगा दिया गया है. इसके साथ ही धारा 144 को कड़ाई से लागू कर इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. संबलपुर (Sambalpur) जिला प्रशासन के मुताबिक कर्फ्यू अगले आदेश तक लागू रहेगा. कर्फ्यू (Curfew) की अवधि के दौरान किसी भी व्यक्ति या लोगों के समूह को अपने घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है. प्रशासन ने किसी भी चिकित्सकीय आपात स्थिति के लिए जिला मुख्यालय अस्पताल में हेल्पलाइन (7655800760) भी जारी की है. कर्फ्यू के आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की भी चेतावनी दी.
जुलूस पर पथराव, वाहनों समेत कुछ दुकानें भी फूंकी गई
प्राप्त जानकारी के मुताबिक संबलपुर जिला प्रशासन ने भारी पुलिस बल के बीच हनुमान जन्मोत्सव जुलूस निकालने की अनुमति दी थी. इसी जलूस के दौरान उपद्रवियों ने कई दुकानों में आग लगा दी. जुलूस मार्ग के अलावा शहर के अन्य हिस्सों में भी आगजनी की खबरें हैं. हनुमान जन्मोत्सव मनाने वाले कुल 35 जत्थों ने जुलूस में हिस्सा लिया, जो शुक्रवार शाम को ब्रक्सपाल हनुमान मंदिर से शुरू होकर संवेदनशील इलाकों से होकर गुजरा. इसी दौरान नए सिरे से हिंसा हुई. गौरतलब है कि संबलपुर में हनुमान जयंती के उपलक्ष्य में बुधवार को बाइक रैली के दौरान दो समुदायों के बीच झड़प हो गई थी. देखते ही देखते वह संघर्ष शहर के अन्य हिस्सों में फैल गया. बलवे में कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए, तो कुछ दुकानों में आग लगा दी गई.
10 पुलिस कर्मियों समेत लगभग दो दर्जन लोग घायल
जानकारी के मुताबिक ओडिशा सरकार ने मार्च से पहले शहर में लगभग 1,500 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया था और समारोह का मुख्य आकर्षण ‘महाआरती’ कार्यक्रम के दौरान भी भारी पुलिस व्यवस्था थी. इसके बावजूद वाहनों पर पथराव और फिर आगजनी ने देखते ही देखते कई इलाकों को अपनी चपेट में ले लिया. झड़प के दौरान पथराव की घटना में कुल 10 पुलिस कर्मी और हनुमान जयंती समन्वय समिति के कार्यकारी अध्यक्ष दामोदर कार सहित लगभग 12 सदस्य घायल हो गए. संबलपुर कलेक्टर अनन्या दास के मुताबिक तत्काल कार्रवाई की गई और उपद्रवियों को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग किया गया. करीब 32 लोगों को हिरासत में भी लिया गया है. दास ने कहा कि हनुमान जयंती समन्वय समिति द्वारा जुलूस के दौरान कोई बड़ी अप्रिय घटना नहीं हुई. स्थिति का जायजा लेने और मामले पर प्रशासन से चर्चा करने के लिए संबलपुर गए भाजपा विधायकों के एक दल ने भी जुलूस में भाग लिया.