नई दिल्ली। विश्वविद्यालयों के स्नातक पाठ्यक्रम में दाखिले के लिए हो रही सीयूईटी (कामन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट) में लगातार तीन दिनों से बड़े पैमाने पर हो रही अफरा-तफरी पर यूजीसी ने चुप्पी तोड़ी है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के चेयरमैन एम जगदीश कुमार ने रविवार को कहा, इस तरह के संकेत हैं कि सीयूईटी में जान-बूझकर और षड्यंत्र के तहत गड़बड़ी की गई है। इसकी रिपोर्ट मिलने पर एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) ने तत्काल कदम उठाया और जिन केंद्रों को लेकर संदेह था, वहां परीक्षा रद कर दी गई। यह फैसला छात्रों के हितों को ध्यान में रखकर किया गया। उन्होंने कहा कि परीक्षा प्रक्रिया को नुकसान पहुंचाने में जिस किसी को शामिल पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

इस बारे में पूछे जाने पर जगदीश कुमार ने स्पष्ट किया कि प्रक्रिया का ठीक ढंग से पालन नहीं करने की जानकारी और संकेत मिले हैं। बहुत सारे परीक्षा केंद्रों का रवैया अच्छा नहीं था। सेंटर पर छात्रों को किसी ने हैंडल नहीं किया। एक परीक्षा केंद्र पर तो प्रभारी ही नहीं समय पर पहुंचा था। हम इस दृष्टिकोण से भी जांच कर रहे हैं कि परीक्षा के संचालन में केंद्रों द्वारा सहयोग नहीं किया गया। बच्चे जब परीक्षा देने पहुंचे तो कुछ केंद्रों पर ताला लगा हुआ था। कुछ केंद्रों पर तकनीकी खामियों के चलते परीक्षा कार्यक्रम बदलना पड़ा। सेंटरों पर कर्मचारियों को छात्रों के साथ सहानुभूतिपूर्ण व्यवहार करना चाहिए था।

अभ्यर्थियों को नए प्रवेश पत्र जारी किए जाएंगे

एनटीए ने रविवार को कुछ और अहम फैसले लिए। छात्रों और अभिभावकों को भरोसा भी दिलाया कि आगे कोई दिक्कत नहीं आएगी। यदि कोई छात्र किसी कारण से टेस्ट नहीं दे पाया है, तो उसके लिए 24 से 28 अगस्त के बीच अलग से परीक्षा आयोजित की जाएगी। इसके लिए छात्रों को कारण स्पष्ट करना होगा। रजिस्ट्रेशन नंबर भी बताना होगा। इसके अलावा दूसरे चरण की परीक्षा रद होने से प्रभावित अभ्यर्थियों के लिए भी सीयूईटी 24 से 28 अगस्त तक आयोजित की जाएगी। इन अभ्यर्थियों को नए प्रवेश पत्र जारी किए जाएंगे। एनटीए ने पहले यह परीक्षा 12 से 14 अगस्त तक कराने की घोषषणा की थी। चार से छह अगस्त को हुई परीक्षा कुछ केंद्रों पर प्रशासनिक और तकनीकी वजहों से रद कर दी गई थी।

प्रश्न पत्रों को अब थोड़ा पहले अपलोड करेंगे

सीयूईटी के दूसरे चरण में मची अफरा-तफरी को लेकर शिक्षा मंत्रालय की उच्च स्तरीय टीम ने तैयारियों की नए सिरे समीक्षा की है। इसके लिए हुई बैठक में मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा यूजीसी के चेयरमैन, एनटीए के चेयरमैन और एआइसीटीई (आल इंडिया काउंसिल आफ टेक्नीकल एजुकेशन) के अधिकारियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान पाया गया कि सारी दिक्कत केंद्रों पर समय पर प्रश्न पत्र डाउनलोड नहीं होने के चलते पैदा हो रही है। ऐसे में सुरक्षा कारणों से परीक्षा से कुछ समय पहले सेंट्रल सर्वर पर अपलोड किए जाने वाले प्रश्न पत्रों को अब थोड़ा पहले ही अपलोड कर दिया जाएगा, ताकि केंद्रों पर उन्हें पहले ही डाउनलोड किया जा सके। यदि इसमें किसी तरह की समस्या दिखेगी, तो अतिरिक्त सर्वर की सुविधा भी दी जाएगी। इंटरनेट की गति आदि को पहले से सभी केंद्रों पर जांचने के भी निर्देश दिए गए हैं।

समस्या जानने के लिए यूजीसी जारी करेगा मेल आइडी

जगदीश कुमार के मुताबिक, परीक्षा से जुड़ी तैयारियों को नए सिरे जांचा गया है। यूजीसी एक मेल आइडी जारी करेगा। इसके जरिये छात्र अपनी समस्या रख सकेंगे। उन्होंने छात्रों और अभिभावकों को सलाह दी है कि वे किसी अफवाह पर ध्यान न दें। एनटीए की वेबसाइट और अपनी मेल आइडी की जांच करते रहें। अब तक जो भी परीक्षा स्थगित की गई, सबमें छात्रों को मेल और मोबाइल पर मैसेज किए गए। प्रत्येक केंद्र पर छात्रों और अभिभावकों की सहायता के लिए दो विशेष पर्यवेक्षकों की ड्यूटी भी लगाई जाएगी।