धनतेरस पर बाजारों में उमड़ी ग्राहकों की भीड़, जमकर की खरीददारी

- सहारनपुर में धनतेरस पर मूर्तियों की खरीददारी करते श्रद्धालु।
सहारनपुर [24CN]। भारतीय संस्कृति में दीपों के प्रतीक दीपावली पर्व की श्रृंखला के पहले दिन श्रद्धालुओं द्वारा आरोग्य के देवता भगवान ानवंतरि व धन के देवता कुबेर की विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की गई। धनतेरस के अवसर पर श्रद्धालुओं ने बाजारों में पहुंचकर चांदी व पीतल की मूर्तियां तथा झाड़ू आदि की खरीददारी की।
गौरतलब है कि भारतीय संस्कृति में कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि से लेकर शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि तक मनाए जाने वाले पांच दिवसीय दीपावली पर्व का विशेष महत्व है। धनतेरस से शुरू होने वाले पर्व की श्रृंखला के पहले दिन हिंदू धर्मावलम्बियों द्वारा अपने घरों में आरोग्य के देवता भगवान धनवंतरि, धन के देवता कुबेर व मृत्यु के देवता यमराम की विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर अकाल मृत्यु से रक्षा की कामना की गई।
इस दौरान श्रद्धालुओं द्वारा अपने घरों के मुख्य द्वारों पर मृत्यु के देवता यमराम के निमित्त दीपदान किया गया। इससे पूर्व श्रद्धालुओं द्वारा बाजारों में पहुंचकर एक ओर जहां अपने मकानों व प्रतिष्ठानों को सजाने के लिए बिजली की रंगबिरंगी लड़ी व लाइटें खरीदी गई। वहीं दीपावली के पर्व पर अपने घरों में जलाने के लिए मिट्टी के दीए, पूजा अर्चना के लिए मिट्टी की मूर्तियां खरीदी गई। जबकि धनाढ्य लोगों द्वारा चांदी व पीतल की मूर्तियां खरीदने को प्राथमिकता दी गई।
धनतेरस के पर्व पर श्रद्धालुओं द्वारा बर्तन व इलेक्ट्रानिक सामान भी खरीदा गया। इस कारण बाजारों में मिठाई, बर्तन, कपड़े व पूर्जा-अर्चना के सामान की दुकानों पर खरीददारों की भारी भीड़ रही। कोरोनाकाल के चलते मंदी की मार झेल रहे दुकानदारों ने भी ग्राहकों के आने पर राहत की सांस ली।
इस दौरान दुकानदारों के चेहरों पर खुशी की झलक दिखाई दी। उधर बाजारों में ग्राहकों की भीड़ चलने के मद्देनजर जाम की स्थिति रही। अनेक चौराहों पर यातायात को नियंत्रित करने के लिए तैनात यातायात पुलिसकर्मियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। उधर यातायात प्रभारी मनीष शर्मा ने भी महानगर में लगातार भ्रमण कर यातायात व्यवस्था को सुचारू कराने का काम किया।