01 से 07 सितम्बर तक मनाया जाएगा गोआश्रय सेवा सप्ताह- मण्डलायुक्त

श्री कृष्ण जन्माष्टमी से पूर्व गोआश्रय स्थलों पर हो साफ-सफाई

विशेष अभियान चलाकर छुट्टा गोवंश को कराएं संरक्षित

जन्माष्टमी के दिन गोआश्रय स्थलों पर होगा गौपूजन एवं हवन

सहारनपुर [24CN]। माननीय मुख्यमंत्री जी के निर्देशों के क्रम में मण्डलायुक्त डॉ0 हृषिकेश भास्कर यशोद ने मण्डल के तीनों जनपदों के जिलाधिकारियों एवं मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारियों को आदेशित करते हुए कहा कि 01 से 07 सितम्बर तक प्रत्येक जनपद में गोआश्रय सेवा सप्ताह के रूप में मनाया जाएगा।

डॉ0 हृषिकेश भास्कर यशोद ने इस गोआश्रय सेवा सप्ताह को बेहतर ढंग से मनाने के दृष्टिगत उन्होने निर्देश दिए कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी से पूर्व ही गोआश्रय स्थलों की साफ-सफाई, धुलाई, गोवंशों को नहलाना, पानी की कुण्डी की सफाई आदि कार्य प्रान्तीय रक्षा दल, युवक मंगल दल, नेहरू युवक दल तथा सरकारी एवं गैर सरकारी संगठनों से सहयोग लेते हुए श्रमदान कराया जाए।

मण्डलायुक्त ने निर्देश दिए कि गोआश्रय स्थलों के लिए निर्धारित वित्त पोषण की देयता जन्माष्टमी से पूर्व ही पूर्ण कर ली जाए साथ ही साथ प्रत्येक गोआश्रय स्थल में संरक्षित गोवंश की क्षमता के अनुरूप उनकी देख-रेख के लिए केयर टेकर या चौकीदार की तैनाती करना सुनिश्चित किया जाए। इन स्थलों पर संरक्षित गोवंश का स्वास्थ्य परीक्षण करते हुए टीकाकरण, कृमिनाशक दवापान, पोष्टिक आहार का वितरण समय से कराया जाए।

डॉ0 हृषिकेश भास्कर यशोद ने निर्देश दिए कि मण्डल में नये गोआश्रय स्थल के निर्माण या शेड आदि का कार्य यदि कराया गया हो तो कृष्ण जन्माष्टमी के दिन उसका उद्घाटन स्थानीय जनप्रतिनिधि या ग्राम प्रधान के द्वारा करवाया जाना सुनिश्चित किया जाए। इस दिन गोआश्रय स्थलों में गौपूजन व हवन आदि कार्यक्रम करवाए जाएं। यह कार्यक्रम ग्राम प्रधान के नेतृत्व में ग्राम पंचायत के सदस्यों को भी आमंत्रित करते हुए ग्रामवासियों की उपस्थिति में कराया जाए।

मण्डलायुक्त ने कहा कि 01 से 07 सितम्बर तक गोआश्रय स्थल सेवा सप्ताह के अन्तर्गत नगर निकायों द्वारा विशेष अभियान चलाकर सडकों पर छुट्टा घूम रहे गोवंशों विशेषकर नन्दी गोवंश को रात्रि में निकट के गोआश्रय स्थल में संरक्षित करवाया जाए। उन्होने मण्डल के तीनों जनपदों के जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि गोवंश संरक्षण से संबंधित कार्यों की समीक्षा एवं नियंत्रण के लिए मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी के अतिरिक्त एक नोडल अधिकारी नामित किया जाए।

डॉ0 हृषिकेश भास्कर यशोद ने निर्देश देते हुए कहा कि दिये गये आदेशों का कडाई से अनुपालन करते हुए रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। यह सभी कार्य माननीय मुख्यमंत्री जी के प्राथमिकता में शामिल है। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं की जाएगी।