Covid 19: कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के मूवमेंट को ट्रैक करेगा आरोग्य सेतु रिस्टबैंड

Covid 19: कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के मूवमेंट को ट्रैक करेगा आरोग्य सेतु रिस्टबैंड

 नई दिल्ली
केंद्र सरकार हॉस्पिटल और होम क्वॉरंटीन (Home Quarantine), दोनों में मरीजों की आवाजाही पर नजर रखने के लिए अपने आरोग्य सेतु ऐप (Aarogya Setu App) के साथ जुड़कर काम करने वाले हजारों रिस्टबैंड्स (Aarogya Setu Wristband) खरीदने की तैयारी कर रहा है। इससे मरीजों की स्क्रीनिंग के लिए उनके घर जाते वक्त फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी सही देखरेख करने में मदद मिलेगी।

इस हफ्ते ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग कंसल्टेंट्स इंडिया (BECIL) एम्स और अन्य सरकारी अस्पतालों में यह व्यवस्था करेगी और उसके बाद राज्य सरकारों के लिए भी डिजाइन तैयार करेगी। BECIL सरकार की जरूरतों के लिए टेक्नोलॉजी की खरीद के कमर्शियल पहलू पर ध्यान देगी। यह टूल डिजाइन करने के बारे में वह बेंगलुरु और गुड़गांव स्थित स्टार्टअप्स के साथ काम कर रही है।
BECIL कर रही डिजाइनों की समीक्षा
कोरोना वायरस से बचाव के लिए सरकार होम क्वॉरंटीन पर जोर दे रही है । रिस्टबैंड्स से हेल्थ प्रोफेशनल्स को दूर से लोगों का टेंपरेचर और संक्रमण का लक्षण जानने में मदद मिलेगी। एक अधिकारी ने बताया कि यह टूल काफी मददगार होने वाला है क्योंकि अधिक से अधिक संख्या में लोगों को सेल्फ-आइसोलेट के लिए कहा जाएगा। रिस्टबैंड के लिए टेक्निकल बिड्स सोमवार को बंद हो गई थीं और अब वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के साथ मिलकर BECIL डिजाइनों की समीक्षा कर रही है।

बनेंगे कई पैरामीटर, निगरानी में सहायक
अधिकारी ने कहा, ‘प्रत्येक संक्रमित व्यक्ति 100 अन्य लोगों को संक्रमित कर सकता है। इसलिए आने वाले दिनों में निगरानी के दायरे में आने वाले लोगों की संख्या काफी अधिक होगी। प्रशासन रिस्टबैंड की मदद से यह सुनिश्चित कर सकेगा कि संदिग्ध लोग निर्धारित स्थान पर रहें। अगर वे इसे हटाते हैं तो अस्पतालों को सूचित किया जाएगा। रिस्टबैंड के आरोग्य सेतु ऐप के साथ इंटीग्रेट होने के बाद कई और पैरामीटर होंगे जिनकी सहायता से निगरानी कर सकेंगे।’

2 हजार तक हो सकती है कीमत
अधिकारी के मुताबिक, ‘कई राज्यों ने हमें बताया है कि कैसे वे मूवमेंट ट्रैक करने के लिए काफी संख्या में मैनपावर और रिसोर्सेज का उपयोग कर रहे हैं। इस स्थिति में रिस्टबैंड मरीजों की सेहत की निगरानी में फ्रंटलाइन वर्कर्स की काफी सहायता करेगा और इसके जरिए जोखिम वाले क्षेत्रों में प्रवेश करने पर उन्हें चेतावनी भी दी जाएगी।’ रिस्टबैंड की कीमत लगभग 2,000 रुपये हो सकती है जो मांग कम होने पर घट भी सकती है। महाराष्ट्र और कर्नाटक में पहले से ही होम क्वॉरंटीन ट्रैकिंग सिस्टम है जबकि केरल बड़े पैमाने पर GPS सॉल्यूशंस का उपयोग करता है।

कोविड-19: भारत की रिकवरी दर 19.33, मौत का आंकड़ा 650 के पार

कोविड-19: भारत की रिकवरी दर 19.33, मौत का आंकड़ा 650 के पार

भारत में कोरोनावायरस पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 20000 का आंकड़ा पार कर गई है। घातक कोविद -19 के कारण मौत का आंकड़ा 650 को पार कर गया है। सक्रिय मामलों की संख्या 15859 है। हालांकि, भारत के लिए अच्छी खबर वसूली दर है जो 19.33 है जो पहले 17.5 थी। संक्रमण की दोहरी दर भी कम हो रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज 1486 नए कोरोनोवायरस मामलों की सूचना दी है।

टेक्निकल डॉक्यूमेंट के अनुसार, यह टूल CDR, IODR, टॉवर, मोबाइल फोन फोरेंसिक डेटा, और ओपन स्ट्रीट मैप्स, इंटरनेट के बिना गूगल मैप्स और ऑफलाइन मैप्स का उपयोग करके राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरों का पता लगाएगा, उनकी रोकथाम और जांच करेगा। यह बैंड संबंधित शख्स के रोजमर्रा के व्यवहार की निगरानी करेगा। इसमें उसके फूड ऑर्डर करने वाली और नियमित रूप से जाने वाली जगहों जैसी चीजें शामिल होंगी।


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