नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के तकनीकी सलाहकार समूह ( TAG) ने कोवैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल के लिए स्वीकृत सूची (EUL) में शामिल करने पर विचार करने के लिए भारत बायोटेक से अतिरिक्त जानकारी मांगी है। सलाहकार समूह कोवैक्सीन से जोखिम और लाभ का आकलन कर रहा है। कोवैक्सीन के मसले पर विचार करने के लिए अब सलाहकार समूह की तीन नवंबर को बैठक होगी।

इससे पहले डब्ल्यूएचओ के प्रवक्ता उम्मीद जताई थी कि यदि समूह आंकड़ों से संतुष्ट होता है तो 24 घंटे के भीतर अपनी सिफारिशें दे देगा। उल्लेेखनीय है कि WHO का तकनीकी सलाहकार समूह भारत बायोटेक की कोरोना रोधी कोवैक्सीन को आपातकाल में इस्तेमाल के लिए स्वीकृत सूची (ईयूएल) में शामिल करने पर विचार कर रहा है।

19 अप्रैल को EUL के लिए किया था आवेदन

हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक ने EUL के लिए 19 अप्रैल को WHO के समक्ष आवेदन किया था। कोवैक्सीन को कोरोना के खिलाफ 77.8 प्रतिशत और डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ 65.2 प्रतिशत प्रभावी पाया गया है। जून में कंपनी ने कहा था कि उसने तीसरे चरण के नतीजों के अंतिम आंकलन का काम पूरा कर लिया है। कोवैक्सीन को EUL में शामिल करने पर विचार करने के लिए मंगलवार को TAG  की बैठक हुई थी।

WHO  ने कहा कि TAG की आज (मंगलवार) बैठक हुई और वैक्सीन के वैश्विक इस्तेमाल के लिए जोखिम और लाभ का आकलन करने के लिए कंपनी से अतिरिक्त जानकारी मांगने का फैसला किया गया। प्रेट्र की तरफ से मेल के जरिये मांगे गए जवाब में WHO ने कहा कि उसे कंपनी से इस हफ्ते के अंत तक अतिरिक्त जानकारी मिल जाने की उम्मीद है। कोवैक्सीन पर विचार करने के लिए अगली बैठक तीन नवंबर को होगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, मंगलवार तक देश में कुल कोरोना वैक्सीन की 103 करोड़ से अधिक खुराकें लगाई जा चुकी हैं।