कोरोनावायरस का कहर: रूस की चीन से सटी सीमाएं सील, जिनपिंग बोले- हम ‘राक्षस’ से लड़ रहे
- कनाडा, श्रीलंका और कंबोडिया में मिले पहले मरीज
- अमेरिका ने अपने लोगों से कहा चीन जाने से पहले एक बार सोचें
- ब्रिटेन के पीएम बोले अपने नागरिकों की वापसी के लिए पूरा इंतजाम
- श्रीलंका ने चीन के लोगों को वीजा ऑन अराइवल देना किया बंद
- 204 छात्रों को श्रीलंका ने चीन से अपने देश वापस बुला लिया है
- सभी देशों का पहला लक्ष्य नागरिकों की वापसी
कोरोनावायरस की दहशत दुनिया के अन्य देशों में तेजी से फैल रही है। रूस ने चीन से लगती सीमाएं सील कर दी हैं तो ब्रिटेन, जापान, अमेरिका समेत दर्जनों देशों ने चीन से अपने नागरिकों को एयरलिफ्ट कराना शुरू कर दिया है अथवा वापस बुलाने की तैयारी कर रहे हैं। श्रीलंका ने अपने 204 छात्रों को वापस बुलाने के साथ चीनी नागरिकों को एयरपोर्ट पर पहुंचते ही वीजा देने की सुविधा बंद कर दी है।
रूस ने चीन से लगती तीन पूर्वी सीमाओं को सात फरवरी तक बंद कर दिया है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने मंगलवार को कहा वे अपने देश के नागरिकों की वापसी के लिए मुकम्मल इंतजाम करेंगे। अमेरिका ने अपने नागरिकों से चीन यात्रा पर पुनर्विचार की अपील की है। श्रीलंका में कोरानावायरस से पीड़ित पहला मरीज मिलने के बाद वहां की सरकार ने चीन के लोगों को आगमन के साथ वीजा वीजा ऑन अराइवल देना बंद कर दिया है।
श्रीलंका में चीन की 40 वर्षीय महिला में वायरस की पुष्टि हुई है जो 19 जनवरी को श्रीलंका आई थी। श्रीलंका ने तीन दिन के भीतर कुल 204 छात्रों को विशेष विमान से वापस अपने देश बुला लिया है। कनाडा और कंबोडिया में भी मंगलवार को एक-एक मरीज में वायरस की पुष्टि हुई जिसके बाद वहां की सरकारें अलर्ट हो गई हैं।
जापान के विदेश मंत्री तोसीमिट्सु मोटेगी ने भी कहा है कि हमने सभी तैयारी कर ली हैं। चीन से बात हो गई है और जल्द ही विशेष विमान भेजकर वहां फंसे जापानी लोगों को वापस अपने देश लाया जाएगा। जापान के करीब 650 छात्र व लोग हैं जिनमें से 200 लोगों की वापसी होगी।
थाईलैंड में छह और मामलों की पुष्टि
थाईलैंड ने मंगलवार को कोरोनावायरस के छह नए मामले सामने आने पुष्टि की है, इसके साथ ही देश में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 14 हो गई है। टेलीविजन पर प्रसारित एक संदेश में थाई प्रधानमंत्री प्रीयुत चान-ओ-चा ने कहा कि सरकार ने स्थिति को पूरी तरह से अपने नियंत्रण में ले लिया है और एहतियाती उपाय जो किए जा रहे हैं वे अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप हैं।
उन्होंने कहा कि पुष्टि किए गए कुल मामलों में से पांच मरीजों की हालत में सुधार के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, जबकि अन्य मरीजों को चिकिस्ता निगरानी में रखा गया है। उन्होंने आगे कहा कि देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने राष्ट्रव्यापी सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकालीन अभियान को और तेज कर दिया है।
संदिग्ध मरीजों के साथ उड़ान भरने से इनकार
जापान के नागोया स्थित चुबू सेंटएअर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पपर मंगलवार को जबर्दस्त हंगामा हुआ। 16 वुहान निवासी यात्रियों को एयरपोर्ट पर मेडिकल स्टाफ से वेक्सीन लगवाते देखकर चीन के ही शंघाई जा रहे यात्रियों ने उनके साथ उड़ान भरने से मना कर दिया। शंघाई के करीब 70 यात्रियों ने एयरलाइन से मांग की कि इन 16 वुहान निवासियों को विमान में न चढ़ने दिया जाए। इसके नतीजतन महज 2 घंटे की उड़ान 5 घंटे लेट हो गई।
म्यांमार में भारतीयों पर बंदिशें
कोरोनावायरस के बढ़ते कहर को देख म्यांमार ने भारत-म्यांमार सीमा पर थर्मोमीटर लगा दिया है ताकि सीमा से भीतर आने वाले भारतीय लोगों की जांच हो सके। म्यांमार सरकार ने मणिपुर की सीमा से लगती मोरेह स्थित नामफालॉन्ग बाजार की सीमा पर डिवाइस लगाई है।
मोरेह भारत और म्यांमार के बीच व्यापार का सबसे बड़ा केंद्र है। म्यामांर ने ये भी तय कर दिया है कि भारतीय लोग म्यांमार के भीतर सिर्फ 16 किलोमीटर ही आ सकते हैं। शाम चार बजे तक उन्हें वापस भी जाना होगा।
चीन के अलावा 18 देशों में आतंक
श्रीलंका 1, थाईलैंड 14, हांगकांग 8, अमेरिका 5, ताईवान 5, ऑस्ट्रेलिया 5, मकाऊ 5, सिंगापुर 4, जापान 4, दक्षिण कोरिया 4, मलेशिया 4, फ्रांस 3, कनाडा 2, वियतनाम 2, नेपाल 1, कंबोडिया 1, जर्मनी 1, कनाडा 1।