Coronavirus: कोरोना से भारत बेहाल, स्पेन को पीछे छोड़ पांचवां सबसे ज्यादा प्रभावित देश बना

Coronavirus: कोरोना से भारत बेहाल, स्पेन को पीछे छोड़ पांचवां सबसे ज्यादा प्रभावित देश बना

 

  • देश में कोरोना वायरस के ताजा मामलों ने टेंशन बढ़ा दी, शनिवार को संक्रमण के करीब 10,000 नए केस सामने आए
  • अब कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,46, 549 पहुंच गई, इस तरह भारत ने स्पेन (2,41,310) को भी पीछे छोड़ा
  • अब भारत कोरोना वायरस महामारी से सबसे बुरी तरह से प्रभावित दुनिया का पांचवां देश बना, यह बेहद चिंता की बात

नई दिल्ली
देश में कोरोना वायरस के ताजा मामलों ने टेंशन बढ़ा दी है। शनिवार को संक्रमण के करीब 10,000 नए केस सामने के बाद कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,46, 549 पहुंच गई है। इस तरह भारत ने स्पेन (2,41,310) को भी पीछे छोड़ दिया और अब वह कोरोना वायरस महामारी से सबसे बुरी तरह से प्रभावित दुनिया का पांचवां देश बन गया है।

अब अमेरिका (19,06,060), ब्राजील (6,14,941), रूस (4,58,102) और ब्रिटेन (2,86,294) ही इस मामले में भारत से आगे हैं। कोरोना वायरस से देश में पिछले 24 घंटे में 297 मौत हुई है और एक दिन में यह सबसे ज्यादा मौतें हैं। इससे पहले एक दिन में गुरुवार को 9,651 मामले सामने आए थे। वहीं, एक दिन में 295 लोगों की मौत हुई थी। हालांकि, भारत के लिए राहत की बात है कि अमेरिका, ब्राजील और स्पेन के मुकाबले देश में कोरोना से मृत्यु दर कम है। भारत में अब तक कोरोना से 6,642 लोगों की मौत हो चुकी है।

आधे मामले 4 बड़े शहरों से
चौंकाने वाली बात यह है कि करीब आधे मामले शीर्ष चार महानगरों- दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नै- में सामने आए हैं। इस वायरस से मरने वालों की संख्या 7,000 के करीब पहुंच रही है और मृतक संख्या में से आधे लोग इन्हीं चार महानगरों के है। विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के ताजा आंकड़ों के अनुसार, इन चार महानगरों के साथ यदि अहमदाबाद, इंदौर और पुणे को भी जोड़ लिया जाए तो कुल संक्रमित मामलों के 60 प्रतिशत और कुल मृतक संख्या के 80 प्रतिशत मामले इन सात शहरों के हैं।

आंखों के जरिए कैसे फैलता है कोरोना?

  • आंखों के जरिए कैसे फैलता है कोरोना?

    -कोरोना वायरस का संक्रमण आंखों के जरिए दो तरह से एक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर सकता है। संक्रमण का पहला तरीका तो यह है कि किसी संक्रमित मरीज के संपर्क में आने के बाद एक स्वस्थ व्यक्ति अपने वायरस लगे हाथों से अपनी आंखों को छू ले तो वायरस आंखों के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर सकता है।-इसके अतिरिक्त आंसुओं के जरिए भी कोरोना वायरस एक संक्रमित व्यक्ति के शरीर से स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर सकता है। यही वजह है कि हेल्थ एक्सपर्ट्स की तरफ से बार-बार हाथ धोने की सलाह दी जा रही है।कोरोना काल में पिएंगे ये 4 ड्रिंक्स तो घट जाएगी इम्युनिटी
  • नाक और मुंह से ऐसे करता है प्रवेश

    -कोरोना वायरस जिस तरह नाक और मुंह के जरिए हमारे शरीर में प्रवेश करता है, उस दौरान वह हवा में मौजूद ड्रॉपलेट्स के माध्यम से हमारे श्वसनतंत्र में पहुंच जाता है। इसके बाद कोरोना तेजी से अपनी कॉपीज बनाना शुरू करता है। यानी अपने जैसे ही अनेकों वायरस के निर्माण का काम शुरू करता है।-जैसे-जैसे हमारे शरीर में कोरोना वायरस की संख्या बढ़ने लगती है, वैसे-वैसे यह वायरस एक-एक करके हमारे शरीर के सभी अंगों को अपनी चपेट में ले लेता है। Face Mask And Maskne: मास्क के कारण हो रहे हैं एक्ने और रैशेज? ऐसे मिलेगा छुटकारा
  • आंखों के संक्रमण को कैसे रोकें?

    – अमेरिकन अकेडमी ऑफ ऑप्थोलमॉलजी के अनुसार, आंखों के जरिए होनेवाले कोरोना संक्रमण को गॉगल और ग्लास के जरिए रोका जा सकता है। अमेरिकी हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना पेशंट्स की देखभाल के दौरान अपनी सुरक्षा का ध्यान रखते हुए गॉगल्स का उपयोग किया जाना चाहिए।-इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग, बार-बार हाथ धोना, हाइजीन का ध्यान रखना और बिना हाथ धुले अपने चेहरे को हाथ ना लगाना जैसी बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।नहाने का तरीका बदलकर तो देखिए थकान फुर्र हो जाएगी
  • क्या कान से फैलता है कोरोना?

    -जब आंखों के जरिए कोरोना संक्रमण फैलने की बात हेल्थ एक्सपर्ट्स द्वारा मानी जा रही है तो लोगों के जेहन में यह सवाल भी उठना तय है कि क्या कानों के जरिए भी कोरोना का संक्रमण फैलता है?-यूएस स्थिति सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ऐंड प्रिवेंशन के अनुसार, कानों के जरिए कोरोना का संक्रमण शरीर में फैलना अभी किसी भी तरह से साबित नहीं हो पाया है। साथ ही इसकी संभावना भी ना के बराबर है।Coronavirus Updates: मरीजों पर ढीली पड़ रही है कोरोना की पकड़?
  • कानों से क्यों नहीं फैल सकता कोरोना?

    -अगर नाक और आंख से कोरोना फैल सकता है तो कान से इसके संक्रमण का खतरा कम क्यों है? इस सवाल के जवाब में डॉक्टर बेंजामिन ब्लेइयर का कहना है कि हमारे कानों के अंदर कैनल की जो बाहरी त्वचा है, वह काफी हद तक हमारी ऊपरी त्वचा जैसी ही है।-कानों के अंदर की त्वचा मुंह के टिश्यूज और नाक के साइनसज़ जैसी नहीं है, जिनके जरिए वायरस आसानी से हमारे शरीर में प्रवेश कर जाता है। यही वजह है कि कानों की त्वचा के जरिए कोरोना वायरस हमारे शरीर के अंदर प्रवेश कर पाए इसकी संभावना एकदम ना के बराबर है। Gargle Effect On Corona: कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा कोरोना, करें इस पानी के गरारे

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में एक लाख 15,942 संक्रमित मरीजों का इलाज चल रहा है जबकि 1,14, 072 लोग स्वस्थ हो चुके हैं, जिनमें से 4,611 मरीज पिछले 24 घंटे में ठीक हुए हैं। अब तक 48.20 फीसदी मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। संक्रमण के मामलों में विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। अबतक 45 लाख 24 हजार 317 नमूनों की जांच की गई है। इनमें से भी एक लाख 37 हजार 938 नमूनों की जांच गत 24 घंटे में हुई है।

किस राज्य में कितनी मौतें
कोरोना से सबसे ज्यादा मौतें महाराष्ट्र (2,849 ) में हुई हैं। इसके बाद गुजरात में 1,190, दिल्ली में 708, मध्य प्रदेश में 384, पश्चिम बंगाल में 366, उत्तर प्रदेश में 257, तमिलनाडु में 232, राजस्थान में 218, तेलंगाना में 113 और आंध्र प्रदेश में 73 , कर्नाटक में 57 और पंजाब में 48 लोगों की मौत हुई है। जम्मू-कश्मीर में 36 लोगों की मौत हुई है जबकि बिहार में 29, हरियाणा में 24, केरल में 14, उत्तराखंड में 11, ओडिशा में आठ और झारखंड में सात लोगों की मौत हुई है।

हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ में कोविड-19 से पांच-पांच लोगों की मौत हुई। असम में चार जबकि छत्तीसगढ़ में दो लोगों की मौत हुई। मेघालय और लद्दाख में एक-एक मरीज की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार मृतकों में 70 फीसदी वैसे लोग हैं जो पहले से ही अन्य बीमारियों से पीड़ित थे।

कोरोना वायरस: मुंबई और दिल्ली से भी ज्यादा प्रभावित शहर है अहमदाबाद

कोरोना वायरस: मुंबई और दिल्ली से भी ज्यादा प्रभावित शहर है अहमदाबादकोरोना वायरस संक्रमण के मामले में देश के 9 बड़े महानगरीय इलाकों पर नजर डालें तो मुंबई और दिल्ली की स्थिति सबसे खराब दिखती है। लेकिन वास्तव में अहमदाबाद की स्थिति इन दोनों महानगरों से भी ज्यादा खराब है। अहमदाबाद मं प्रति 10 लाख आबादी में कोरोना से मरने वाले लोगों की संख्या सबसे ज्यादा है। यहां प्रति 10 लाख आबादी में कोरोना से मरने वालों की संख्या 115 है, जबकि मुंबई में यह आंकड़ा 80 है। इसके अलावा अहमादाबाद में केस फैटलिटी रेट यानि प्रति 100 पॉजिटिव मामलों में मरने वालों की संख्या भी सबसे ज्यादा है। 6 जून की सुबह तक अहमदाबाद 953 मौतों के साथ कुल मौतों की संख्या में मुंबई के बाद दूसरा सबसे प्रभावित शहर है।

किस राज्य में कितने केस
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि देश में संक्रमण के सबसे ज्यादा 80,229 मामले महाराष्ट्र में हैं। तमिलनाडु में 28,694, दिल्ली में 26,334, गुजरात में 19,094, राजस्थान में 10,084, उत्तर प्रदेश में 9,733 और मध्य प्रदेश में 8,996 लोग संक्रमित हुए हैं। पश्चिम बंगाल में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 7,303 हो गई है। कर्नाटक में 4,835, बिहार में 4,596 और आंध्र प्रदेश में 4,303 मरीज हैं।

हरियाणा में कोरोना वायरस के 3,597, जम्मू-कश्मीर में 3,324, तेलंगाना में 3,290 और ओडिशा में 2,608 मामले हैं। पंजाब में 2,461, असम में 2,153, केरल में 1,699, उत्तराखंड में 1,215 लोग संक्रमित हैं। झारखंड में 881, छत्तीसगढ़ में 879, त्रिपुरा में 692, हिमाचल प्रदेश में 393, चंडीगढ़ में 304, गोवा में 196, मणिपुर में 132 और पुडुचेरी में 99 मामले हैं।

लद्दाख में 97, नगालैंड में 94, अरुणाचल प्रदेश में 45 जबकि अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह और मेघालय में संक्रमण के 33-33 मामले हैं। मिजोरम में 22, दादरा एवं नगर हवेली में 14 और सिक्किम में कोविड-19 के तीन मामले हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कुल 8,192 मामले राज्यों को वापस भेजे गए हैं। हमारे आंकड़े भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) से मिलान करके जारी किए जाते हैं।

भारत में कोरोना की अब तक की सबसे बड़ी उछालतमाम कोशिशों के बावजूद भारत में कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रहीं। भारत में शुक्रवार को कोरोना के 9887 नए मामले सामने आए। यह आंकड़ा मामूली नहीं है… यह किसी एक दिन में कोरोना के मामलों में आई अब तक की सबसे बड़ी उछाल है।