कोरोना वारियर्स: कोरोना को ऐसे दी मात, 17 दिन बाद ठीक होकर लौटा घर, लोगों को दिया ये संदेश

वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना संक्रमण से ठीक हुए सरूरपुर कलां के कपिल कुमार नैन का कहना है कि डॉक्टरों पर भरोसे ने ही उसे इतनी बड़ी जीत दिलाई है। पहली जांच से लेकर आखिर तक उसे डॉक्टरों पर पूरा भरोसा था। वह घबराया नहीं, बल्कि आत्ममंथन करता रहा। जो पीड़ित हैं, उनसे गुजारिश है कि सिर्फ डॉक्टर की बात मानें और हर सवाल का जवाब देने से ही ठीक हो सकेंगे।

दुबई से 19 मार्च को अपने गांव सरूरपुर लौटे कपिल कुमार नैन की जितनी प्रशंसा की जाए कम हैं। अंदेशा होने पर सबसे पहले कपिल 24 मार्च को खुद ही जिला अस्पताल पहुंचा। डॉक्टरों ने सैंपल लिया। 26 मार्च को रिपोर्ट आई तो वह पॉजिटिव निकला। कपिल के मुताबिक डॉक्टरों ने उसे बताया कि वह ठीक हो जाएगा, किसी तरह की दिक्कत नहीं है। उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल शिफ्ट कर दिया गया। 27 मार्च से अब तक वह इसी अस्पताल में है। उसकी बाद की सारी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह रही कि उसने डॉक्टरों से कोई बात नहीं छिपाई। जब- जब जो पूछा गया, वह बताता चला गया। वह जानता था कि नाजुक समय है। ऐसे में सबको डॉक्टरों का साथ देना चाहिए। उसका भरोसा सही साबित हुआ और अब वह ठीक हो गया है। जो कोरोना पॉजिटिव हैं, वह ठीक हो सकते हैं। आत्मविश्वास रखें और सकारात्मक सोचें।

कोई चीज वायरल करने से पहले अंजाम सोचें
कपिल कुमार ने बताया कि कुछ लोगों ने उसे कॉल की और बातचीत रिकॉर्ड कर वायरल कर दी। इससे दिल दुखा। ऐसा नहीं करना चाहिए था। आखिर ऐसा क्यों? सोशल मीडिया पर किसी पोस्ट का किसे क्या नुकसान हो सकता है या इससे समाज और बीमारी से लड़ रहे डॉक्टरों पर क्या असर पड़ेगा, हमें यह भी सोचना चाहिए।


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