कोरोना वायरस: पश्चिमी यूपी में सर्च ऑपरेशन जारी, अब तक मिले 1403 जमाती, तीन हजार से ज्यादा क्वारंटीन

कुछ लोग लॉकडाउन का उल्लंघन कर अपनी और दूसरों की जिंदगी से खेल रहे हैं। सहारनपुर में ऐसे चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बेहट के गांव जलालपुर में पुलिस पर हमला कर हिरासत में लिए लोगों को छुड़ा लिया गया। निजामुद्दीन मरकज की तब्लीगी जमात में शामिल लोगों के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद जमातियों की तलाश जारी है। सर्च अभियान के दौरान सहारनपुर, बागपत और शामली में सैकड़ों जमाती मिले हैं, इनमें काफी संख्या में विदेशी भी हैं। इन्हें क्वारंटीन किया गया है।

56 विदेशियों सहित 400 से अधिक जमाती मिले

निजामुद्दीन के धार्मिक जलसे के बाद से जारी चेकिंग अभियान के तहत सहारनपुर में बुधवार शाम तक पुलिस प्रशासन, एलआईयू और चिकित्सीय टीमों के माध्यम से 400 से अधिक जमातियों के जिले में होने की जानकारी मिली है। इनमें कजाकिस्तान, सूडान, बांग्लादेशी, इंडोनेशिया, सऊदी अरब सहित 56 विदेशियों के साथ ही देश के आसाम, पश्चिमी बंगाल, गुजरात, केरल, राजस्थान, दिल्ली, बिहार, मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों के शहरों से आने वाले जमाती शामिल हैं। जिले में इन जमातियों सहित 3000 से अधिक लोगों को घरों और अलग- अलग जगहों पर क्वारंटीन किया गया है।

गांव दुमझेड़ा में असम से आई हुई जमात के 10 लोगों को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आईटीसी कैंप में क्वारंटीन किया है। दूधगढ़ की मस्जिद में भी असम के 14 जमाती 28 दिन पहले आए थे। तीतरो के गांव झाडवन से 11 फरवरी को असम गई जमात से लौटकर आए लोगों को क्वारंटीन करने के निर्देश दिए। बेहट के ताजपुरा गांव में दिल्ली मरकज से पहुंचे पश्चिम बंगाल एवं बनारस के 12 जमातियों की मंगलवार की रात स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच की और उन्हें उनके ठहरने के स्थान पर ही 14 दिन के लिए क्वारंटाइन किया है। सभी लोग 12 मार्च को दिल्ली मरकज से यहां पहुंचे थे।