भारत में कोरोना वैक्‍सीन की डोज सबसे पहले हेल्‍थ वर्कर्स को? आखिरी फैसला अभी नहीं

 

  • भारत में बनी वैक्‍सीन सफल रही तो सबसे पहले किसे मिलेगी?
  • इस सवाल पर केंद्र सरकार के भीतर हो रही माथापच्‍ची, अंतिम निर्णय नहीं
  • हेल्‍थ सेक्रेटरी ने किया इशारा, सबसे पहले फ्रंटलाइन हेल्‍थ वर्कर्स को मिल सकती है कोविड वैक्‍सीन
  • WHO भी हेल्‍थकेयर वर्कर्स को पहले वैक्‍सीन देने के पक्ष में

दुर्गेश नंदन झा, नई द‍िल्‍ली
कोरोना वायरस की वैक्‍सीन (Covid-19 vaccine) उपलब्‍ध होने के बाद सबसे पहले किसे मिलनी चाहिए? इस बात पर सरकार के भीतर भी चर्चा चल रही है। केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य सचिव राजेश भूषण ने गुरुवार को ये तो कहा कि इस बारे में कोई आखिरी फैसला नहीं हुआ है। मगर उन्‍होंने साथ में इशारा जरूर कर दिया कि प्राथमिकता हेल्‍थ वर्कर्स को मिल सकती है। भूषण ने कहा कि सरकार के बाहर, इस बात पर सहमति बन रही है कि हेल्‍थकेयर वर्कर्स का दावा सबसे ज्‍यादा बनता है। उन्‍होंने कहा, “इससे यह भी दिखेगा कि समाज और देश उस काम की सराहना करता है जो इन फ्रंटलाइन हेल्‍थ वर्कर्स ने किया है और इससे हेल्‍थवर्कर्स की शॉर्टेज भी नहीं होगी।”

हेल्‍थ वर्कर्स के बाद किन्‍हें मिल सकती है वैक्‍सीन
वैक्‍सीन बनने के बाद हेल्‍थ वर्कर्स को सबसे पहले दिए जाने पर आम राय बनती दिख रही है। लेकिन हेल्‍थ सेक्रेटरी ने कहा कि कोई प्रॉयरिटी लिस्‍ट नहीं बनी है। लेकिन अगर ऐसी कोई लिस्‍ट बनती है तो उसमें दूसरा नंबर किसका होगा? इस सवाल पर भूषण ने कहा कि बुजुर्ग, अन्‍य बीमारियों से ग्रस्‍त और ऐसे लोग जिन्‍हें न कोई अन्‍य बीमारी है, न ही बुजुर्ग हैं मगर उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति ठीक हैं, ऐसे लोग हो सकते हैं। उन्‍होंने कहा कि देश के नीति-नियंता इन्‍हीं सब सवालों पर विचार कर रहे हैं।

WHO का भी है यही फॉर्म्‍युला
पूरी दुनिया को कोराना वैक्‍सीन सबसे पहले चाहिए। ग्‍लोबल लेवल पर वर्ल्‍ड हेल्‍थ ऑर्गनाइजेशन इसके लिए कोऑर्डिनेट कर रहा है। WHO की रीजनल डायरेक्‍टर डॉ पूनम खेत्रपाल सिंह के मुताबिक, एक बार कोविड-19 वैक्‍सीन बन जाए तो वह पूरी मानता को मिलनी चाहिए। उन्‍होंने कहा कि WHO यह मानकर चल रहा है कि वैक्‍सीन की शुरुआती डोज सभी देशों में पहुंचाई जाएंगी ताकि हेल्‍थवर्कर्स को इम्‍यूनाइज किया जा सके। उन्‍होंने बताया कि वैक्‍सीन जल्‍दी से और बराबरी से सबको मिल सके, इसके लिए WHO ने एक्‍सेस टू कोविड-19 टूल (ACT) एक्‍सीलरेटर लॉन्‍च किया है।

पीएम मोदी खुद मॉनिटर कर रहे प्रोग्रेस
हालांकि डॉ सिंह ने भी कहा कि ऐसी कोई लिस्‍ट अप्रूव नहीं है कि वैक्‍सीन किसे पहले दी जाएगी, लेकिन उस लिस्‍ट में दूसरे नंबर पर ज्‍यादा रिस्‍क वाले मरीज होंगे। इसके बाद वैक्‍सीन किसको दी जाएगी, वह देशों की जनसंख्‍या पर खतरे के हिसाब से तय हो सकता है। भारत में कोविड-19 टास्‍क फोर्स के चीफ डॉ वीके पॉल के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद देश में कोविड-19 वैक्‍सीन डेवलपमेंट में रुचि ले रहे हैं।

ICMR डीजी ने बताए डिलिवरी के मेन पॉइंट्स
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के महानिदेशक बलराम भार्गव ने वैक्‍सीन की डिलिवरी के चार अहम पहलू बताए हैं। उनके मुताबिक, पहला प्राथमिकता और निष्‍पक्ष वितरण, दूसरा वैक्‍सीन रोल-आउट के लॉजिस्टिक्‍स, तीसरा स्‍टॉकपाइलिंग और चौथा, हेल्‍थकेयर वर्कर्स की ट्रेनिंग। उन्‍होंने कहा कि भारत ग्‍लोबल स्‍टेज पर बेहद अहम भूमिका निभाएगा और हम बेहद जिम्‍मेदारी से अपना काम करेंगे।

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