नोएडा की रिहाइशी सोसायटी में फैला कोरोना, एक दिन में मिले 5 पॉजिटिव केस

- नोएडा में शनिवार को मिले कोरोना के पांच पॉजिटिव केस, अब तक कुल 22 मामले
- जिलाधिकारी ने नोएडा के सेक्टर-37 और सेक्टर-44 के कुछ इलाकों को किया सील
- रिहाइशी सोसाइटी में कोरोना के केस मिलने के बाद अधिकारियों में हड़कंप
- उत्तर प्रदेश में अब तक कुल 55 केस, नोएडा में सबसे अधिक मामले सामने आए
नोएडा
यूपी के गौतमबुद्ध नगर जिले में कोरोना से संक्रमण के पांच और केस मिले हैं। नोएडा के सेक्टर-37 और सेक्टर-44 की दो रिहाइशी सोसायटी में कोरोना के पांच पॉजिटिव केस मिले हैं। इन सभी मरीजों को आइसोलेशन वॉर्ड में रखकर इनका इलाज किया जा रहा है। इसके साथ ही नोएडा में कुल मरीजों की संख्या 22 तक हो गई है।
गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी बीएन सिंह के अनुसार, शनिवार को नोएडा के सेक्टर 37 और सेक्टर 44 की दो रेजिडेंशल सोसायटी में कोरोना के पॉजिटिव केस मिले हैं। सभी मरीजों को एहतियात के तौर पर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा प्रभावित हुए दोनों इलाके सील कर दिए गए हैं। रिहाइशी सोसायटी में कोरोना के मरीज मिलने से अफसरों में हड़कंप मच गया है।
COVID-19: WHO ने बताया, सिगरेट पीने वालों को कोरोना वायरस का ज्यादा खतराWHO ने साफ कहा है कि शराब और सिगरेट पीने से कोरोना का खतरा बढ़ जाता है। WHO ने कहा है कि ये सही समय है आप स्मोकिंग छोड़ दें। WHO ने कई सलाह दी हैं, जैसे अच्छा खाना खाने, पर्याप्त नींद लेने की और लगातार अपने शरीर को एक्टिव रखने की। वहीं सरकार का भी कहना है कि जो लोग सिगरेट का सेवन करते हैं उन्हें कोरोना वायरस से ज्यादा खतरा है। बता दें कि सरकार की ओर से जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर पर कई लोग कोरोना वायरस से जुडे़ सवाल पूछ रहे हैं। पीआईबी ने ट्वीट करके इसके बारे में जानकारी दी है।
नोएडा में सबसे अधिक मामले
उत्तर प्रदेश में कोरोना का सबसे अधिक कहर नोएडा में ही देखने को मिला है। जिले में अब तक कोरोना के कुल 22 केस सामने आए हैं। वहीं अफसरों ने रिहाइशी सोसाइटी में कोरोना से संक्रमण का केस जाने के बाद तमाम अधिकारियों को यहां पूरी सतर्कता बरतने और संदिग्ध मरीजों की निगरानी करने के निर्देश दिए है।
कोरोना वायरस का कहर दुनिया के साथ-साथ भारत में भी बढ़ता जा रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी पूरे देश में तीन सप्ताह के लिए लॉकडाउन की घोषणा कर दी है। अब तक 873 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इसमें से 47 विदेशी हैं। 79 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। वहीं, 19 लोगों की मौत भी हो चुकी है। भारत सरकार की तरफ से लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जा रहा है, फैलने से रोकने के लिए कई कदम भी उठाए गए हैं। विदेशों में फंसे भारतीयों को भी सरकार वापस ला रही है।