यूके से कोलकाता वापस लौटे दो यात्री मिले कोरोना पॉजिटिव, मचा हड़कंप

यूके से कोलकाता वापस लौटे दो यात्री मिले कोरोना पॉजिटिव, मचा हड़कंप

कोलकाता ।  यूके से लौटे दो यात्रियों में कोलकाता एयरपोर्ट पर जांच के दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है। कई देशों में वायरस का नया स्ट्रेन सामने आने की खबरों के बीच इसको लेकर हड़कंप मच गया है। जानकारी के मुताबिक, रविवार रात यूके से 222 यात्रियों को लेकर आई फ्लाइट के 25 यात्री अपने साथ कोरोना रिपोर्ट लेकर नहीं आए थे। एक अधिकारी ने बताया कि इन सभी को पास के क्वारंटीन सेंटर ले जाया गया, जहां जांच के दौरान इनमें से दो यात्रियों में कोविड संक्रमण की पुष्टि हुई है।

इसके बाद ब्रिटेन से आई फ्लाइट के सभी यात्रियों को क्वारंटाइन में भेजा गया है। इसको लेकर परिजनों ने नाराजगी भी जाहिर की है। बता दें कि यूके में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन के मिलने की खबरों के बीच भारत सरकार ने बुधवार रात से 31 दिसंबर तक के लिए यूके से आने वाली सभी फ्लाइट्स पर बैन भी लगा दिया है। एम्स के डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि हमें अभी अलर्ट रहना है। ब्रिटेन से आने वाले सभी की जांच करनी चाहिए और नया स्ट्रेन कैसा है इसके लिए जेनेटिक सिक्वेंसिंग भी जरूरी है।

उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन की राजधानी लंदन समेत पूर्वी इंग्‍लैंड में कोरोना वायरस का नया प्रकार (स्‍ट्रेन) ‘बेकाबू’ हो गया है। लंदन की इस बेहद खराब हालत को देखते हुए यूरोप समेत दुनिया के कई देशों ने ब्रिटेन से उड़ानों पर प्रतिबंध लगा द‍िया है। कोरोना का यह नया स्‍ट्रेन न केवल ब्रिटेन बल्कि इटली, नीदरलैंड, डेनमार्क, ऑ‍स्‍ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में भी फैल गया है।

70 फीसदी ज्यादा तेजी से फैलता है नया स्ट्रेन

ब्रिटेन में तेजी से फैल रहा कोरोना वायरस का यह नया स्‍ट्रेन पूर्व के वायरस के मुकाबले 70 फीसद अधिक तेजी से फैलता है। भारत सरकार को डर है कि अगर यह वायरस देश में आया तो बहुत तेजी से कोरोना वायरस के मामले बढ़ सकते हैं।डॉ. गुलेरिया ने कहा कि अब तक यह वायरस बहुत बार म्यूटेट हो चुका है। पहली बार ब्रिटेन ने यह माना है कि उनके यहां जिन इलाके में कोविड के सबसे ज्यादा मामले आ रहे हैं वहां पर कोविड का नया स्ट्रेन भी देखा जा रहा है। हालांकि, संक्रमण ज्यादा होने की और भी वजह हो सकती है। अभी उनके पास भी बहुत ज्यादा डेटा नहीं है। कुछ दिन इंतजार करना होगा। डॉक्टर गुलेरिया ने कहा कि देश में इस नए स्ट्रेन का फैलाव रोकने के लिए जांच जरूरी है। उन्होंने कहा कि आरटीपीसीआर तकनीक से ही नए स्ट्रेन की भी जांच संभव है।