नई दिल्ली। चीन, सिंगापुर, हांगकांग, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड और जापान से आने वाले विमान यात्रियों के लिए एक जनवरी, 2023 से आरटी-पीसीआर की ‘निगेटिव’ रिपोर्ट अनिवार्य होगी। सरकार द्वारा एयरलाइन को जारी निर्देश के मुताबिक, वे एक जनवरी 2023 से इन देशों से यात्रा करने वाले विमान यात्रियों के लिए चेक-इन नियमों में संशोधन करें। केवल उन अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को विमान में सवार होने की अनुमति दी जाए, जिन्होंने एयर सुविधा पोर्टल पर सेल्फ डिक्लेरेशन फार्म जमा किए हैं।

कोरोना जांच में 53 मामले आए सामने

कोरोना की रैंडम जांच में अब तक 53 मामले सामने आए हैं। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने 30 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से भारत आने वाले यात्रियों के लिए संशोधित कोरोना दिशा-निर्देश जारी किया है। दिशा-निर्देश में कहा गया है कि आरटी-पीसीआर की रिपोर्ट यात्रा शुरू करने से 72 घंटे के भीतर की होनी चाहिए। प्रत्येक अंतरराष्ट्रीय उड़ान में आने वाले यात्रियों में दो प्रतिशत यात्रियों की रैंडम जांच भी जारी रहेगी। यह निर्णय दुनिया के विभिन्न हिस्सों में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर लिया गया है।

कोरोना वायरस संक्रमण के 226 नए मामले सामने आए

भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 226 नए मामले आए। इससे सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 3,653 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शनिवार सुबह आठ बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार, केरल में कोरोना से तीन लोगों की मौत हो गई। दैनिक संक्रमण दर 0.12 प्रतिशत, जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 0.15 प्रतिशत दर्ज की गई है।

स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, उपचाराधीन रोगियों की संख्या कुल मामलों का 0.01 प्रतिशत है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर बढ़कर 98.80 प्रतिशत हो गई है। पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 44 की वृद्धि हुई है। मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत दर्ज की गई है। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत देश में कोरोना रोधी वैक्सीन की 220.10 करोड़ से अधिक डोज दी जा चुकी है।

पीएम के मुख्य सलाहकार ने की कोरोना की स्थिति पर बैठक

कुछ देशों में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री के मुख्य सलाहकार पीके मिश्रा ने शनिवार को सरकार के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान देश में कोरोना की स्थिति का जायजा लिया गया। इस दौरान अधिकारियों ने कहा कि दिसंबर में 500 नमूनों की जिनोम सिक्वेंसिंग की गई। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि वाणिज्य मंत्रालय से कहा गया है कि वह चीन निर्यात होने वाले चिकित्सा उपकरणों पर नजर रखें।