कोरोना की चपेट में आ सकती है भारतीय अर्थव्यवस्था, मुकाबले के लिए कसें कमर: आरबीआई गवर्नर

कोरोना की चपेट में आ सकती है भारतीय अर्थव्यवस्था, मुकाबले के लिए कसें कमर: आरबीआई गवर्नर

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का आकलन है कि कोरोनावायरस का भारतीय अर्थव्यवस्था पर खराब असर पड़ सकता है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को कोरोना से अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचने की आशंका जताते हुए सुझाव दिया कि इसके मुकाबले के लिए एक योजना को बनाने की जरूरत है

छठी द्विमासिक मौद्रिक नीति स्टेटमेंट 2019-20 जारी करने के अवसर पर दास ने कहा कि हालांकि कोरोना का असर कितना गहरा है , यह अभी अनिश्चित और इसकी परतें खुलना बाकी हैं।

इस बीच आरबीआई ने एक बयान में कहा कि चीन और इसका दूसरे देशों पर कोरोना का असर होने से पर्यटन और वैश्विक कारोबार इसकी चपेट में हैं और साथ ही साथ कच्चे तेल के बाजार पर पर इसका असर है।

इसमें आगे कहा गया है कि कोरोनावायरस की वजह से जनवरी के खत्म होते होते कच्चे तेल के भाव नीचे आ गए जबकि सोने के भाव में सुधार देखा गया।

घरेलू मोर्चे पर आरबीआई का अंदाजा है कि निजी खपत, वैश्विक व्यापार प्रतिबंधों के कमजोर होने और बजट में उठाए कदमों के चलते जीडीपी में तेजी आ सकती है जबकि कोरोनावायरस, आर्थिक गतिविधियों पर असर डाल सकता है।

लाल मिर्च निर्यात पर असर , 3000 करोड़ रुपये की मिर्च जाती है चीन

कोरोनवायरस के चलते चीन को मिर्च निर्यात पर असर पड़ रहा है। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की मिर्च मंडियों में भाव नीचे आ गए हैं जिसके चलते किसानों को भारी नुकसान हो रहा है।

राज्यसभा में शून्यकाल के समय कांग्रेस नेता केवीपी रामचंद्रन राव ने कहा कि देश पांच हजार करोड़ रुपये की तेजा क्वालिटी की मिर्च का निर्यात करता है और इसका 60 फीसदी हिस्सा चीन को जाता है। अधिकांश निर्यात इन्हीं दो राज्यों से होता है यहां के मिर्च किसानों को खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है।

उन्होंने केंद्र सरकार से कहा कि इस समस्या को देखते हुए इन किसानों की मदद की जानी चाहिए।