जीएसटी व कोयले के दामों में वृद्धि भट्टा व्यवसाय को समाप्त करने की साजिश
सहारनपुर [24CN]। सहारनपुर ईंट एवं टायल्स निर्माता समिति की बैठक में केंद्र सरकार द्वारा ईंटों पर जीएसटी पांच प्रतिशत से बढ़ाकर बारह प्रतिशत करने को भट्टा व्यवसाय को समाप्त करने की साजिश बताया गया तथा कोयले के दामों में 200 प्रतिशत वृद्धि किए जाने की भी आलोचना की गई।
सहारनपुर ईंट एवं टायल्स निर्माता समिति की बैठक को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि कोयले के दामों में 200 प्रतिशत वृद्धि कर दी गई है जिसके कारण भट्टा उद्योग बंदी के कगार पर पहुंच गया है। वक्ताओं ने कहा कि एक ओर जहां भट्टा व्यवसाय रोजगार उपलब्ध कराता है, वहीं सरकार के सबको रोटी, कपड़ा व मकान के नारे को साकार करने में भी अहम् भूमिका निभाता है। उनका कहना था कि केंद्र सरकार द्वारा ईंटों पर जीएसटी की दर पांच प्रतिशत से बढ़ाकर बारह प्रतिशत की गई है जिससे ईंटों के दामों में 500 से लेकर 1000 रूपए तक की वृद्धि होना निश्चित है जिससे आम आदमी के साथ-साथ भट्टा व्यवसायी भी दु:खी होंगे।
उनका कहना था कि केंद्र व राज्य सरकार सबको रोजगार एवं मकान देने का दावा भी खोखला साबित हो जाएगा क्योंर्कि इंटों के बढ़ते दाम, कोयला व जीएसटी में हो रही बढ़ोत्तरी भट्टा व्यवसाय को बर्बाद कर देगी। उनका कहना था कि एनजीटी खनन व अनेक तरह के टैक्सों से भट्टा व्यवसायी पहले से ही मंदी की मार झेल रहा है। ऐसी स्थिति में भट्टा व्यवसायियों के समक्ष ईंटों के मूल्य में बढ़ोत्तरी करने के अलावा कोई चारा नहीं है। बैठक की अध्यक्षता चौ. बख्तावर सिंह व संचालन महामंत्री दीपक गर्ग ने किया। इस दौरान श्रवण शर्मा, हाजी जमील, अनिल शर्मा, सुरेंद्र अरोड़ा, रामकुमार, जसवीर सिंह, राकेश जैन, अमित राठी, गोल्डी गोयल, स. गुरमीत सिंह, हाजी महफूज चौधरी, अनवर आदि सैंकड़ों भट्टा व्यवसायी मौजूद रहे।