प्रभात की मौत की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय पर किया प्रदर्शन, दिया ज्ञापन

प्रभात की मौत की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय पर किया प्रदर्शन, दिया ज्ञापन
  • सहारनपुर में जिला मुख्यालय पर नारेबाजी करते कांग्रेस कार्यकर्ता।

सहारनपुर। विधानसभा घेराव के दौरान युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव प्रभात पांडे की मौत की जांच निष्पक्ष कराने और मृतक आश्रितों को एक करोड़ का मुआवजा एवं पारिवारिक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाने की मांग को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता ने आज जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया और राज्यपाल को संबंधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को दिया।

आज कांग्रेस जिलाध्यक्ष संदीप सिंह राणा एवं महानगर अध्यक्ष वरुण शर्मा के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता जिला मुख्यालय पहुंचे और प्रभात पांडे की मौत की जांच निष्पक्ष कराए जाने को लेकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन करने वालों को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष संदीप सिंह राणा एवं महानगर अध्यक्ष वरुण शर्मा ने कहा कि प्रदेश एवं केंद्र की सरकार जन विरोधी कार्य कर रही है और जन विरोधी फासले के खिलाफ आवाज उठाने पर उन्हें जेल भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा केवल हिंदू मुसलमान के नाम पर जनता पार्टी का काम किया जा रहा है। रोजगार स्वास्थ्य शिक्षा महंगाई से उनका कोई सरोकार नहीं है और पाकिस्तान को लेकर एक लंबी बहस तो कर सकते हैं लेकिन जन मुद्दों पर गौण जिस कारण आज कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रदर्शन के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

प्रदर्शन करने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल को भेजे ज्ञापन में मांग करते हुए कहा कि भाजपा सरकार के कुशासन के खिलाफ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा 18 दिसंबर 2024 को लखनऊ में आयोजित विधानसभा घेराव कार्यक्रम के दौरान हुई पुलसिया बर्बरता के कारण  उत्तर प्रदेश युवक कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव स्व. प्रभात पाण्डेय की दुखद मृत्यु हो गयी। कांग्रेस पार्टी अपने इस शहीद युवा नेता की मृत्यु की निष्पक्ष जांच तथा मृतक आश्रितों को एक करोड़ का मुआवजा एवं एक पारिवारिक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग करती है।

प्रदर्शन करने वालों में पूर्व प्रदेश सचिव अशोक सैनी, एम सहगल, पी सीसी नरेंद्र शर्मा, धर्मपाल जोशी, प्रवक्ता गणेश दत्त शर्मा, प्रवीण चैधरी अध्यक्ष पवन सिंह, उपमा सिंह, गुलफाम अंसारी, नीरज कपिल, प्रवेश कुमार, मुकेश कुमार, नितिन राणा, खुर्शीद अंसारी, राकेश वर्मा, प्रभजोत सिंह, नसीब खान, नाथीराम, सोनू कुमार, सुशांत कपिल, इम्तियाज अहमद, मोहम्मद इकराम, विक्की कुमार, सखावत अली, आदित्य राणा रवि कुमार समेत भारी संख्या में कार्यकर्ता शामिल रहे।