भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री का आरोप, हिंसा के लिए कांग्रेस, सपा और बसपा जिम्मेदार

भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री का आरोप, हिंसा के लिए कांग्रेस, सपा और बसपा जिम्मेदार

नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के प्रति लोगों में जनजागरण की आवश्यकता है। कानून लागू होने के बाद सपा, बसपा और कांग्रेस ने वोट बैंक को साधने के उद्देश्य से हिंसा कराई। जिन प्रदेशों में भाजपा की सरकार थी, वहीं पर हिंसा कराई गई। यह बात भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री और राज्यसभा सदस्य अरुण सिंह ने रविवार को प्रेस वार्ता में कही।

अरुण सिंह ने कहा कि हिंसा का लाभ उठाने के लिए कांग्रेस और सपा ने हिंसा की निंदा नहीं की। पुलिस ने हिंसा को समय रहते कंट्रोल किया। लेकिन इसे भी नहीं सराहा गया।

उत्तर प्रदेश में हुई हिंसा के पीछे पीएफआई और आईएसआई के साथ विपक्ष को भी जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान और मध्यप्रदेश में हिंसा नहीं हुई। जबकि गुजरात, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक सहित कई प्रदेशों में हिंसा कराई गई। यह साफ संकेत है कि इसमें कांग्रेस पार्टी का सुनियोजित तरीके से हाथ था।

एक हजार लड़कियों का धर्म परिवर्तन
अरुण सिंह बोले कि हिंदुओं को पाकिस्तान में यातनाएं दी गईं। 23 प्रतिशत हिंदू पाकिस्तान में आजादी के समय थे, अब घटकर 3 प्रतिशत रह गए हैं। अभी सिखों को पाकिस्तान में कहा गया है कि तुम जाओ, हम यहां मस्जिद बनाएंगे। एक हजार लड़कियों का हर साल पाकिस्तान में धर्म परिवर्तन होता है। जबरन निकाह कराया जाता है। अमानवीय यातनाएं दी जाती हैं।

पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आने वाले हिंदू, बौद्ध, सिख, जैन, पारसी को नागरिकता देने के लिए यह कानून बनाया गया है। अब तीन करोड़ परिवारों से भाजपा के प्रमुख नेता और कार्यकर्ता मिलेंगे और सीएए के बारे में बताएंगे। इस कानून के संबंध में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से यूपी में छह बड़ी रैलियां और गोष्ठी की जा रही हैं। भ्रम को तोड़ने का कार्य भाजपा कार्यकर्ता करेंगे। मुसलिम भाइयों के पास जाकर उन्हें समझाया जा रहा है कि वे भारत के नागरिक हैं और रहेंगे।

पाकिस्तान से विस्थापित हुए सत्तर लाख हिंदू 
सांसद अरुण सिंह के अनुसार महात्मा गांधी ने भी कहा था कि जो पाकिस्तान में सताए जा रहे हैं वह भारत में आ सकते हैं। जवाहरलाल नेहरू के बाद डॉ. राममनोहर लोहिया भी बोले थे कि वे लोग भारत में आएं। लोकसभा में डॉ. राममनोहर लोहिया ने कहा था कि सन 1947 से 1966 के बीच सत्तर लाख हिंदू पाकिस्तान से विस्थापित होकर भारत आए थे। पाकिस्तान से भारत आया सत्तर प्रतिशत पिछड़ा वर्ग था। अब उसे ही इसका फायदा मिलेगा।

प्रियंका को वहां जाना चाहिए
अरुण सिंह ने कहा कि विपक्ष साजिश रच रहा है। कांग्रेस महासचिव दो चार दिनों से यूपी में घूम रही हैं। कोटा में 110 से अधिक तो 162 से अधिक बच्चों की मौत बीकानेर में हो चुकी है। जहां कांग्रेस का शासन हैं उन्हें वहां जाना चाहिए। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में जब यह घटना हुई तो विपक्ष ने विरोध जताया।

प्रदेश सरकार ने इसे समय रहते ही कंट्रोल कर लिया। प्रियंका गांधी को पुलिस कर्मचारियों के यहां भी जाना चाहिए था। उनके पास भी जिन पुलिसकर्मियों को गंभीर चोट आई हैं, एसआईटी का गठन किया गया है। सभी के पास फोटो उपलब्ध हैं कि उपद्रवी हाथ में रिवाल्वर लेकर खुद ही गोली चला रहे थे। मालदा से भी इसमें बहुत से लोग आए थे।

सरकार के हर फैसले का विरोध
अरुण सिंह बोले कि तीन तलाक, अनुच्छेद 370 , रामजन्म भूमि प्रकरण सभी का कांग्रेस ने विरोध किया। अब सीएए और एनपीआर का भी कांग्रेस विरोध कर रही है। एनपीआर साल 2004 में कांग्रेस के समय में बना और साल 2010 में लागू हुआ। शुद्ध रूप से जनसंख्या की जानकारी रखने का यह कानून है। इसी के आधार पर विकास के कार्यक्रम बनाए जाते हैं। प्रियंका गांधी लोगों की भावनाओं को भड़काने का कार्य कर रही हैं।

एनआरसी की नहीं कोई चर्चा 
असम में एनआरसी एक अलग मुद्दा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद असम में एनआरसी लागू हुआ। इस संबंध में पुन: जानकारी एकत्रित की जाएगी। एनआरसी अभी देश में लागू नहीं हुआ है। इस संबंध में कोई चर्चा भी नहीं है लेकिन अफवाह उड़ाई जा रही हैं।

तेल की कीमतों में न्यूनतम प्रभाव
अमेरिका और ईरान में तनाव के चलते भारत में तेल कीमतों में कोई ज्यादा प्रभाव नहीं होगा। भारत के पास फॉरेक्स रिजर्व 457 बिलियन डॉलर है। इसलिए भारत की तेल कीमतों पर तनाव के चलते न्यूनतम असर होगा। हालांकि यह कोई लंबे समय के लिए नहीं होगा।

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